नई दिल्लीएक मिनट पहले
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दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना दे रहे रेसलर्स पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस लाठीचार्ज में विनेश फोगट के भाई का सिर फट गया। रेसलर साक्षी मलिक ने आरोप लगाया है कि नशे में धुत एक पुलिसकर्मी ने उनसे बदतमीजी की। जिसके बाद वहां मौजूद बाकी पहलवानों ने हंगामा कर दिया।
विनेश ने आरोप लगाया कि नशे में धुत पुलिसकर्मी ने मुझे गाली दी और मेरे भाई का सिर फोड़ दिया।
अपडेट्स…
- बजरंग पूनिया ने कहा कि दिल्ली में लगातार हो रही बारिश के कारण वे बेड लेकर आए थे। पुलिस ने इस पर आपत्ति जताई।
- आम आदमी पार्टी नेता सोमनाथ भारती ने पहलवानों के लिए चारपाई की व्यवस्था की। उनको दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
अब देखिए जंतर मंतर में हुए हंगामे की तस्वीरें…
महिला पहलवानों से गाली-गलौज से शुरू हुआ विवाद
साक्षी मलिक के पेज से लाइव आकर उनके पति सत्यव्रत मलिक ने बताया कि बुधवार को बारिश की वजह धरना स्थल पर जमीन पर सोया नहीं जा सकता था। जिसके चलते चारपाई की व्यवस्था की गई थी।
देर रात करीब साढ़े 10:45 बजे विनेश फोगाट अपनी बहन संगीता के साथ धरना स्थल से कुछ दूरी से चारपाई लेने जा रही थीं। तभी वहां नशे में धुत एक पुलिसकर्मी ने उनसे पूछा कि कहां जा रही हो। उन्होंने चारपाई लाने की बात कही, तो पुलिस ने विनेश को गाली-गलौज की।
पुलिसकर्मी बोला- यहीं कीचड़ में सो जाओ। जिसका विरोध करने पर पुलिस-पहलवानों में बहस शुरू हो गई। बीच-बचाव में विनेश का भाई समेत बाकी पहलवान आए। जिस दौरान वहां काफी पुलिसकर्मियों की भीड़ जमा हो गई।
आरोप है कि इसी बीच पुलिस ने विनेश को भाई के सिर पर डंडा मारा। जिससे वह घायल हो गया।
WFI विवाद की सुप्रीम सुनवाई आज
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार 4 मई को सुनवाई होगी। मामले की सुनवाई CJI डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ करेगी।
इससे पहले बुधवार 3 मई को सुनवाई हुई। जिसके दौरान पहलवानों की ओर से पेश वकील ने सुप्रीम कोर्ट में कुछ दस्तावेज सीलबंद लिफाफे में दाखिल करने की मंजूरी मांगी। पहलवानों के वकील ने कहा यह महिला पहलवानों से छेड़छाड़ का मामला है। क्या अदालत में एक सीलबंद लिफाफा दाखिल किया जा सकता है?
यह कुछ ऐसा है जिसे सार्वजनिक डोमेन में नहीं रखा जा सकता। इस पर CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने हामी भरी। इसके बाद दिल्ली पुलिस की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा मामले की पहले ही जांच चल रही है।
आप इसे जांच एजेंसी को क्यों नहीं दिखाते? आप मुझे इसे जांच अधिकारी के साथ शेयर करने दें। इस पर पहलवानों की ओर से पेश वकील बोले निश्चित रूप से कोई समस्या नहीं, लेकिन वह इस बारे में गुरुवार को बहस करेंगे। पीठ ने वकील को मेहता को अग्रिम प्रति के साथ गुरुवार को सीलबंद कवर हलफनामा लाने की अनुमति दी।
शादी वाले दिन बृजभूषण के साथ वाली फोटो पर साक्षी का जबाब
सोशल मीडिया पर साक्षी मलिक की शादी की तस्वीर वायरल हो रही है। इसमें साक्षी और बृजभूषण एक साथ हंसते हुए दिखाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई यूजर ने यह सवाल उठाया कि बृजभूषण से इतनी समस्या थी तो 2017 में साक्षी ने उन्हें अपनी शादी में क्यों बुलाया था?
अब साक्षी ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि हमारे पास सत्ता में लोगों को आमंत्रित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। साक्षी ने एक इंटरव्यू में कहा, ”बृजभूषण शरण सिंह कुश्ती के अध्यक्ष हैं। हम सिर्फ खेलते हैं। 6-7 महीने हमारे कैंप में गुजरते हैं। तीन-चार महीने ही हम घर पर रहते हैं।
उस समय कुश्ती का सीजन नहीं होता है। ऐसे में हमारा उनसे लगातार मिलना होता है। वह कभी ट्रायल में आ जाते हैं तो कभी नेशनल प्रतियोगिता में तो कभी कैंप में। अगर हम उन्हें आमंत्रित नहीं करेंगे तो उनकी तरफ से कुछ नकारात्मक चीजें हो सकती हैं। यह उनकी शक्ति मान लो कि उन्हें तो आमंत्रित करना ही होगा, नहीं तो कुछ उल्टा हो सकता है।”
बुधवार को जंतर-मंतर पर बैठे रेसलर्स के साथ बात करतीं IOA अध्यक्ष पीटी उषा (बाएं)।
बुधवार को पीटी उषा ने जंतर-मंतर पहुंच धरना खत्म करने की अपील की
बुधवार को इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा जंतर-मंतर पहुंचीं। यहां उन्होंने धरने पर बैठे रेसलर्स विनेश फोगाट, साक्षी मालिक और बाकी पहलवानों से बातचीत की। इस दौरान बजरंग पूनिया ने कहा कि पीटी उषा ने बोला कि वे हमारे साथ खड़ी हैं और हमें न्याय दिलाएंगीं।
वे पहले एक एथलीट हैं और फिर कुछ और। साथ ही पीटी उषा ने धरना खत्म करने की भी अपील की थी। मगर, खिलाड़ियों ने स्पष्ट किया कि जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वे धरना खत्म नहीं करेंगे।
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