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- UdanSikh Milkha Singh Is Being Looked After By Three Doctors In PGI, His Condition Remains Stable.
चंडीगढ़2 घंटे पहले
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उड़नसिख मिल्खा सिंह का पीजीआई और उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का इलाज फोर्टिस अस्पताल में चल रहा। फाइल फोटो
- उड़नसिख की पत्नी का भी कोरोना संक्रमण कारण मोहाली के फोर्टिस अस्पताल आईसीयू में चल रहा इलाज
कोविड-19 संक्रमण से जूझ रहे देश के महान एथलीट 91 साल के मिल्खा सिंह की हालत स्थिर है लेकिन उनकी पत्नी और भारत की पूर्व वॉलीबॉल कप्तान निर्मल कौर की हालत बिगड़ गई है। पीजीआई की ओर बताया गया है कि मिल्खा सिंह बीते दिन की तुलना में बेहतर हैं। वीरवार को उन्हें ऑक्सीजन लेवल में गिरावट के बाद अस्पताल में लाया गया था। पीजीआई के प्रवक्ता के अनुसार उनके मेडिकल पैरामीटर्स के आधार पर उनकी हालत पहले की तुलना में बेहतर और स्थिर है। तीन डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही है। पीजीआई के डायरेक्टर डॉ. जगत राम की ओर से एक वीडियो क्लिप जारी कर बताया गया है कि उनकी हालत स्थिर बनी हुई है और डॉक्टरों की टीम के निगरानी में है। लेकिन दूसरी ओर उनकी पत्नी की हालत थोड़ी बिगड़ गई है और उन्हें ऑक्सीजन की ज़रुरत ज्यादा महसूस हो रही है।
कल पीएम ने जानकारी ली थी
देश के प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने भी शुक्रवार को मिल्खा सिंह की तबीयत को लेकर जानकारी ली थी। पीएम ने इसके लिए मिल्खा के बेटे जीव मिल्खा सिंह से बात की। जीव ने कहा कि व्यस्त कार्यक्रम में से समय निकाल कर फोन पर मेरे पिता के स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी को बहुत-बहुत धन्यवाद।
पत्नी की हालत ठीक नहीं
उड़नसिख मिल्खा सिंह की 82 वर्षीय पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह फोर्टिस अस्पताल के आईसीयू में हैं और उनकी हालत नाजुक हो गई है। अस्पताल ने कहा कि निर्मल कौर की हालत बिगड़ गई है और ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ गई है। निर्मल की रिपोर्ट फ्लाइंग सिख के बाद पॉजिटिव आई थी। पहले मिल्खा सिंह को भी फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया था उसके बाद उनकी पत्नी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें भी वहां भर्ती करवाया गया । जिसके बाद दोनों की हालत स्थिर हो गई थी। मिल्खा सिंह के परिवार की ओर से आग्रह करने पर मिल्खा सिंह को अस्पताल से छुट्टी करवा कर घर ले जाया गया था जहां वे ठीक थे। उनकी पत्नी का इलाज फोर्टिस में अभी चल रहा है लेकिन अब उन्हें ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत महसूस हो रही है।
नौकर के चलते हुए संक्रमित
उड़नसिख मिल्खा सिंह के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उनकी पत्नी की ओर से बताया गया था कि उनके घर किशनगढ़ से काम करने आने वाले नौकर को बीमार होने पर वापस भेज दिया गया था। उसके बाद मिल्खा सिंह की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी जबकि घर के किसी अन्य सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। मिल्खा सिंह को जब 24 मई को फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया गया तो उसके दो दिन बाद उनकी पत्नी को भी संक्रमण कारण सांस लेने में परेशानी होने पर वहां भर्ती करवाया गया था, जहां दोनों स्थिर हो गए थे।
पाकिस्तान में हुआ था जन्म
20 नवंबर 1929 को गोविंदपुरा (जो अब पाकिस्तान का हिस्सा है) के एक सिख परिवार में मिल्खा सिंह का जन्म हुआ था। खेल और देश से बहुत लगाव था, इस वजह से विभाजन के बाद भारत भाग आए और भारतीय सेना में शामिल हो गए। कुछ वक्त सेना में रहे लेकिन खेल की तरफ झुकाव होने की वजह से उन्होंने क्रॉस कंट्री दौड़ में हिस्सा लिया। इसमें 400 से ज्यादा सैनिकों ने दौड़ लगाई। मिल्खा 6वें नंबर पर आए।
भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया
1956 में मेलबर्न में आयोजित ओलिंपिक खेल में भाग लिया। कुछ खास नहीं कर पाए, लेकिन आगे की स्पर्धाओं के रास्ते खोल दिए। 1958 में कटक में आयोजित नेशनल गेम्स में 200 और 400 मीटर में कई रिकॉर्ड बनाए। इसी साल टोक्यो में आयोजित एशियाई खेलों में 200 मीटर, 400 मीटर की स्पर्धाओं और राष्ट्रमंडल में 400 मीटर की रेस में स्वर्ण पदक जीते। उनकी सफलता को देखते हुए, भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया।
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