कमलप्रीत का ओलिंपिक मेडल पर फोकस: भारतीय डिस्कस थ्रोअर ने वीडियो कॉल के जरिए आज निजी कोच के साथ ट्रेंनिग की; कल फाइनल में उतरेंगी कमल
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पंजाबएक मिनट पहले
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डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर से कोच राखी त्यागी को मेडल की उम्मीद है। कमलप्रीत शनिवार को डिस्कस थ्रो के क्वालिफाइंग राउंड में 64 मीटर फेंक कर ओवरऑल दूसरे स्थान पर रहीं थी। फाइनल सोमवार को होना है। कमलप्रीत देश के लिए मेडल से न चूकें, इसलिए वह टोक्यो से वीडियो कॉल के जरिये अपने निजी कोच राखी त्यागी के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग कर रही हैं।
कमलप्रीत 2016 से राखी त्यागी के मार्गदर्शन में कोचिंग कर रही हैं। कोच राखी ने भास्कर को बताया कि रविवार सुबह करीब 2 घंटे कमलप्रीत को वीडियो कॉल के जरिए ट्रेनिंग दी। भारतीय समय सुबह 10 बजे से करीब 12 बजे तक कमलप्रीत कौर ने लाइट वेट ट्रेनिंग और स्पीड वर्क किए।
रियो ओलिंपिक के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट से ज्यादा थ्रो कर चुकी हैं कमलप्रीतराखी ने बताया कि कमलप्रीत कौर अगर अपना बेस्ट देती हैं, तो भारत का मेडल पक्का है। कमलप्रीत 21 जून को पटियाला में हुए इंटर स्टेट कंपीटिशन के दौरान 66.59 मीटर थ्रो किया था। इस प्रदर्शन को वह दोहराती हैं, तो देश के लिए मेडल जरूर जीत सकती हैं।
रियो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली क्यूबा की थ्रोअर डेनिया कैबेलरो ने 65.34 मीटर ने थ्रो किया था। जबकि फ्रांस की मलेनिया रॉबर्ट ने 66.73 मीटर के साथ सिल्वर और क्यूरेशिया की सेन्ड्रा परकोविच 69.21 मीटर के साथ गोल्ड मेडल जीता था।
कमलप्रीत कौर अपनी कोच राखी त्यागी के साथ। 2016 से राखी त्यागी के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग कर रही हैं।
स्कूल स्तर पर शॉटपुट करती थीराखी ने बताया कि मैं 7 साल से उन्हें बादल की SAI एकेडमी में ट्रेनिंग दे रही हूं। पहले कमलप्रीत शॉट-पुटर थीं। स्कूल लेवल पर उनके हाइट को देखकर फिजिकल टीचर ने शॉटपुट की ट्रेनिंग के लिए प्रेरित किया था।
बाद में जब वह बादल की SAI एकेडमी में आईं, तो अन्य बच्चों को देखकर डिस्कस थ्रो करना शुरू किया। जब मैंने एकेडमी जॉइन किया, तो उन्हें कुछ ही दिन डिस्कस थ्रो करते हुआ था। मैंने कमलप्रीत के टैलंट को देखकर उन्हें प्रेरित किया। वह शॉटपुट में डिस्ट्रिक्ट लेवल पर मेडल जीत चुकी हैं।
नॉनवेज से कोसों दूरकोच ने बताया कि राखी फिटनेस बनाए रखने के लिए शुद्ध शाकाहारी खाना खाती हैं। आमतौर पर थ्रोअर को ज्यादा प्रोटीन की जरूरत होती है, तो वह नॉनवेज लेते हैं। पर कमलप्रीत के साथ ऐसा नहीं है। कमलप्रीत को आलू के पराठे, पनीर और चावल खाना ज्यादा पसंद है।
कमलप्रीत कौर ने टोक्यो में डिस्कस थ्रो के क्वालिफाइंग राउंड में 64 मीटर थ्रो किया और फाइनल में पहुंचीं। वह ओवरऑल दूसरे स्थान पर रहीं।
सीमा पूनिया के उठाए सवालों पर कमलप्रीत ने नहीं दिया ध्यानकोच राखी ने बताया कि कमलप्रीत के जून में नेशनल रिकॉर्ड बनाने के बाद साथी खिलाड़ी सीमा पूनिया ने उनके प्रदर्शन में हो रहे सुधार को लेकर सवाल उठाए थे। सीमा ने एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ( AFI) हाइपरएंड्रोजेनिज्म टेस्ट कराने की मांग की थी। हाइपरएंड्रोजेनिज्म वह स्थिति होती है, जबकि महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन (पुरुष हार्मोन) का स्तर बढ़ जाता है।
इसे अन्य सामान्य एथलीटों की तुलना में प्रभावित एथलीट के लिये लाभ की स्थिति माना जाता है। हालांकि कमलप्रीत और मैंने इस पर बिलकुल ध्यान नहीं दिया। मैंने कमलप्रीत को सिर्फ यही कहा था कि अपना फोकस केवल ओलिंपिक पर ही दें।
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