क्या खराब अंपायरिंग की वजह से जीता भारत: जानिए नो बॉल और फ्री-हिट को लेकर क्या कहते हैं क्रिकेट के नियम
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5 मिनट पहले
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टीम इंडिया 2021 में हुए टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान से मिली हार का हिसाब-किताब बीते रविवार को मेलबर्न में चुकता कर दिया। हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच मुकाबला आखिरी गेंद तक चला और विराट कोहली की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत भारत ने विकेट से मुकाबला जीत लिया।
आखिरी ओवर में दो वाकये ऐसे हुए जिसको लेकर पाकिस्तानी फैंस मैच की समाप्ति से लेकर अब तक हो-हल्ला मचाए हुए हैं। इसमें एक है हाई फुलटॉस के लिए दिया गया नो बॉल और दूसरा है फ्री हिट पर बोल्ड होने के बावजूद विराट कोहली और रोहित शर्मा द्वारा लिए गए बाय के तीन रन। पाकिस्तानी समर्थकों को लगता है कि उनकी टीम के साथ चीटिंग हो गई है। सच क्या है? इन मामलों पर क्रिकेट के नियम क्या कहते हैं। इस स्टोरी में पूरी डिटेल्स के साथ आपको जवाब मिलेगा।
सबसे पहले नो बॉल कंट्रोवर्सी की हकीकत जानते हैं
आखिरी ओवर में टीम इंडिया को 16 रन बनाने थे। गेंदबाज थे लेफ्ट आर्म स्पिनर मोहम्मद नवाज।
पहली बॉल पर ही हार्दिक पंड्या आउट हो गए। हार्दिक गए तो कार्तिक आए और हिट करने की जगह सिंगल लेकर कोहली को स्ट्राइक दी। ओवर की तीसरी बॉल पर कोहली ने 2 रन लिए। अब 3 बॉल में 13 रन बनाने थे।
नवाज ने कमर की ऊंचाई से ऊपर एक फुलटॉस फेंकी। विराट ने इस पर छक्का जमा दिया। विराट ने अंपायर की देखते हुए नो-बॉल का ईशारा किया। उनका मानना था कि गेंद कमर की हाइट से ज्यादा ऊंची थी और इसे नो बॉल दिया जाना चाहिए। अंपायर भी कोहली से सहमत थे और नो बॉल दे दिया गया।
पाकिस्तानी टीम और फैंस का मानना है कि यह गेंद नो बॉल नहीं थी। इस पर नियम क्या कहता है यह जान लेते हैं।
- नियम कहता है कि हाई फुलटॉस के नो बॉल होने के लिए जरूरी है कि बल्लेबाज के साथ पहले पॉइंट ऑफ कॉन्टैक्ट के समय बॉल ऊंचाई बल्लेबाज की कमर से ज्यादा होनी चाहिए।
- दूसरी शर्त यह है कि बल्लेबाज चार्ज करते हुए क्रीज से आगे बढ़कर शॉट नहीं खेल रहा हो।
- खबर के साथ जो पहली तस्वीर लगी है उसे फिर से देखिए। जिस समय गेंद विराट के बैट के संपर्क में आई उस समय उसकी ऊंचाई विराट की कमर से ज्यादा थी। यानी नो बॉल के लिए पहली शर्त पूरी हो जाती है।
- इस तस्वीर में विराट फ्रंट फुट पर खेलते हुए नजर आ रहे हैं। वे स्टेप डाउन कर कर हिट करने की कोशिश नहीं कर रहे थे। बस फ्रंट फुट पर खेल रहे थे। उनका पिछला पैर शॉट खेलते वक्त भी क्रीज पर ही थी। यानी हाइट के लिए नो बॉल की दूसरी शर्त भी पूरी हो रही।
कप्तान बाबर आजम सहित पाकिस्तानी टीम का कोई भी खिलाड़ी आखिरी ओवर के नो बॉल को हजम नहीं कर पा रहा था।
मामला थर्ड अंपायर के पास क्यों रेफर नहीं किया गया
वसीम अकरम, वकार यूनिस जैसे पाकिस्तान के पूर्व दिग्गजों ने टीवी शो के दौरान कहा कि जब टेक्नोलॉजी उपलब्ध थी तो यह जानने के लिए कि नो बॉल है या नहीं मामला थर्ड अंपायर के पास रेफर किया जाना चाहिए।
संभवतः अकरम और वकार ने मॉडर्न क्रिकेट के नियम ठीक से नहीं पढ़े हैं। नियम के मुताबिक हाई फुलटॉस नो बॉल है या नहीं इसे तभी थर्ड अंपायर के पास रेफर किया जाता है जब बल्लेबाज उस गेंद पर आउट हुआ हो।
इस मामले में ऐसा नहीं था। कोहली आउट नहीं हुए थे। उन्होंने छक्का जमाया था। हां, भविष्य में इस नियम को जरूर बदला जा सकता है लेकिन फिलहाल ग्राउंड अंपायर के पास इसकी कोई सुविधा नहीं थी और नो बॉल पर फैसला उन्हें ही लेना था, जो उन्होंने लिया भी।
विराट कोहली आखिरी ओवर में फ्री हिट वाली गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद उन्होंने और दिनेश कार्तिक ने तीन रन बाय के रूप में लिए।
अब दूसरा विवाद- बोल्ड होने पर गेंद डेड क्यों नहीं हुई
नो बॉल के बाद अगली गेंद फ्री हिट थी। इस पर विराट बोल्ड हो गए। लेकिन, इसके बावजूद उन्होंने और कार्तिक ने तीन बाय रन दौड़ लिए। पाकिस्तानी फैंस का कहना है कि इसे डेड बॉल घोषित किया जाना चाहिए था। इस पर बाय रन कैसे बन गए?
नियम कहता है कि अगर किसी सामान्य गेंद पर कोई बल्लेबाज बोल्ड होता है तो गेंद विकेट पर लगते ही डेड हो जाती है। गेंद नो बॉल हो तो भी विकेट पर लगने के बाद डेड हो जाती है और उस रन नहीं भागे जा सकते। लेकिन, विराट और कार्तिक ने जिस गेंद पर तीन रन बाय के लिए वह न तो सामान्य गेंद थी और न ही कोई नो बॉल। वह नो बॉल के बाद फ्री हिट की गेंद थी।
इसके बारे में ICC का प्लेइंग कंडीशन (नियम 21.18) कहता है कि फ्री हिट पर बल्लेबाज बोल्ड होता है तो भी गेंद विकेट पर लगने के बाद डेड नहीं होती। इस पर रन भागे जा सकते हैं। अगर गेंद बल्ले से लगने के बाद विकेट पर लगे तो रन बल्लेबाज के खाते में जाते हैं। अगर बल्लेबाज बीट हुआ हो तब गेंद विकेट पर लगे तो बाय रन दिए जाते हैं। इस मामले में ऐसा ही हुआ था। गेंद विराट के बल्ले से नहीं लगी थी इसलिए तीन रन बाय के रूप में दिए गए।
इस तरह यह साफ हो जाता है कि जो क्रिकेटर या फैन इन दोनों मामले में ICC की आलोचना कर रहा है उसे क्रिकेट के मॉडर्न नियम नहीं पता हैं। पाकिस्तान के साथ कोई चीटिंग नहीं हुई और टीम इंडिया पूरी तरह फेयर तरीके से मुकाबला अपने नाम किया।
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