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जयपुर में 4 मैच जीते तो रॉयल्स का प्लेऑफ पक्का: बिना होम ग्राउंड पर खेले 4 मैच जीते, 5 खूबियों ने बनाया सबसे मजबूत टीम

जयपुर16 मिनट पहलेलेखक: निखिल शर्मा

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आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स का सफर अब जयपुर पहुंच चुका है। टीम अपने 5 मुकाबले बाहर खेलकर अब अपने होम ग्राउंड एसएमएस स्टेडियम में 19 अप्रैल से अपने आगे की सफर की शुरुआत करने जा रही है। होम ग्राउंड में अपना सफर शुरू करने से पहले ही रॉयल्स ने अपनी स्थिति इतनी मजबूत कर ली है कि प्लेऑफ की दावेदारी सबसे मजबूत नजर आ रही है।

इस सीजन में अबतक राजस्थान ने एक भी मैच अपने होम ग्राउंड जयपुर में नहीं खेला है। इसके बावजूद टीम अबतक आईपीएल पॉइंटस टेबल में टॉप पर है। राजस्थान को अगले 9 में से 5 मुकाबले जयपुर में खेलने हैं। जयपुर में रॉयल्स का रिकॉर्ड काफी अच्छा है। ऐसे में क्रिकेट एक्सपट्‌र्स का मानना है कि राजस्थान रॉयल्स इस लीग में कम से कम 5 मुकाबले और जीत सकती है और आसानी से प्लेऑफ में टॉप-2 का सफर तय कर सकती है।

अबतक की टीमों के सफर पर नजर डालें तो हर टीम ने कोई न कोई मुकाबला अपने होम ग्राउंड पर खेला है। सिर्फ मुंबई इंडियंस को छोड़ दिया जाए तो हर टीम ने अपने होम ग्राउंड पर मुकाबला जीता है। मगर राजस्थान रॉयल्स का होम ग्राउंड का सफर अभी तक शुरू नहीं हुआ था।

एक्सपट्‌र्स का मानना है कि राजस्थान रॉयल्स इस लीग में कम से कम 5 मुकाबले और जीत सकती है और आसानी से प्लेऑफ में टॉप-2 का सफर तय कर सकती है।

एक्सपट्‌र्स का मानना है कि राजस्थान रॉयल्स इस लीग में कम से कम 5 मुकाबले और जीत सकती है और आसानी से प्लेऑफ में टॉप-2 का सफर तय कर सकती है।

सभी 10 टीमों का अब तक का प्रदर्शन

  • रॉयल्स ने 5 मैच खेलकर उनमें से 4 जीते हैं, ये सभी अवे या न्यूट्रल ग्राउंड पर हुए।
  • लखनऊ सुपरजायंटस ने 5 में से 3 मैच जीते हैं, इनमें से 2 लखनऊ में जीते।
  • पंजाब किंग्स ने 5 में से 3 मैच जीते हैं, इनमें से 1 मोहली में जीता।
  • गुजरात टाइटंस ने 5 में से 3 मैच जीते हैं, इनमें से 1 अहमदाबाद में जीता।
  • चेन्नई सुपरकिंग्स ने 5 में से 3 मैच जीते हैं, इनमें से 1 चेन्नई में जीता है।
  • कोलकाता नाइट राइडर्स ने 5 में से 2 मैच जीते हैं, इनमें से 1 कोलकाता में जीता।
  • आरसीबी ने 5 में से 2 मैच जीते हैं, दोनों ही बेंगलुरू के ग्राउंड पर जीते।
  • हैदराबाद ने 5 में से 2 मैच जीते हैं, इनमें से 1 हैदराबाद में जीता।
  • दिल्ली कैपिटल्स ने 5 मुकाबले खेलकर पांचों हारे हैं, इनमें से 2 मैच दिल्ली में हुए।
  • मुंबई इंडियंस ने 5 में से 2 मैच जीता है, मुंबई ने ये दिल्ली और हैदराबाद में जीते।
IPL के रोमांच को बनाए रखने के लिए SMS स्टेडियम की पिच को बल्लेबाजों के अनुकूल तैयार किया जा रहा है। हालांकि घास भी छोड़ी जाएगी ताकि थोड़ी मदद गेंदबाजों को भी मिले।

IPL के रोमांच को बनाए रखने के लिए SMS स्टेडियम की पिच को बल्लेबाजों के अनुकूल तैयार किया जा रहा है। हालांकि घास भी छोड़ी जाएगी ताकि थोड़ी मदद गेंदबाजों को भी मिले।

SMS स्टेडियम की बटलर-संजू को आएगी रास

19 अप्रैल को जयपुर में पहले मुकाबले के साथ राजस्थान रॉयल्स अपने होम ग्राउंड की जर्नी शुरू करेगी। जयपुर का पिच रॉयल्स को रास आता है। वहीं, रॉयल्स की वर्तमान टीम में जिस तरह के बैटर्स हैं, उससे माना जा रहा है कि रॉयल्स जयपुर में विरोधी टीमों पर भारी पड़ सकती है।

IPL के रोमांच को बनाए रखने के लिए SMS स्टेडियम की पिच को बल्लेबाजों के अनुकूल तैयार किया जा रहा है। स्टेडियम में कुल 9 पिच हैं, जिनमें से 6 पिच टीमों की प्रैक्टिस के लिए हैं। 3 पिचों पर राजस्थान रॉयल्स के मैच होंगे।

माना जा रहा है कि पिच को बल्लेबाजों के लिए मददगार बनाया जाएगा। गेंद बल्ले तक आसानी से आएगी। एक्सपट्‌र्स का मानना है कि बल्लेबाजी के अनुकूल होने से ये पिच राजस्थान के जॉस बटलर, यशस्वी जायसवाल, संजू सैमसन और शिमरन हैटमायर को काफी रास आएगी। हालांकि पिच पर घास भी छोड़ी जाएगी ताकि थोड़ी मदद तेज गेंदबाजों को भी मिले।

5 पॉइंट से समझिए- क्यों राजस्थान रॉयल्स का दावा सबसे मजबूत…

4 बल्लेबाज 8 हाफ सैंचुरी लगा चुके

रॉयल्स के चार बल्लेबाज जबरदस्त फॉर्म में हैं। इनमें तीन टॉप आर्डर हैं। पांच मैचों में जॉस बटलर 204, शिमरन हैटमायर 183, संजू सैमसन 160 और यशस्वी जायसवाल 136 रन बना चुके हैं।

इन चारों बल्लेबाजों ने मिलकर पिछले पांच मैच में 8 हाफ सेंचुरी बनाई हैं। इनमें सबसे ज्यादा जॉस बटलर 3, संजू सैमसन और यशस्वी जायसवाल 2-2 और शिमरन हैटमायर 1 हाफ सेंचुरी बना चुके हैं।

पांच मैचों में जॉस बटलर(बीच में) 204, शिमरन हैटमायर(बाएं) 183, संजू सैमसन(दाएं) 160 रन बना चुके हैं।

पांच मैचों में जॉस बटलर(बीच में) 204, शिमरन हैटमायर(बाएं) 183, संजू सैमसन(दाएं) 160 रन बना चुके हैं।

पांच बैटर्स का स्ट्राइक रेट 150 या उससे ज्यादा

रॉयल्स के लिए अच्छी बात ये है कि उनके पांच बल्लेबाजों के स्ट्राइक रेट इस सीजन में लगभग 150 या उससे ज्यादा के हैं। इस सीजन में सबसे ज्यादा 184 की स्ट्राइक रेट से शिमरन हैटमायर रन बना रहे हैं।

वहीं इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में जुड़े ध्रुव जुरैल का स्ट्राइक रेट 182 का है। इसी तरह संजू सैमसन का 165 तो जॉस बटलर का स्ट्राइक रेट 163 का है। यशस्वी जायसवाल भी 150 के स्ट्राइक रेट से रन बना रहे हैं।

यशस्वी जायसवाल राजस्थान रॉयल्स के आक्रामक बल्लेबाजों में से हैं। वे 150 के स्ट्राइक रेट से रन बना रहे हैं।

यशस्वी जायसवाल राजस्थान रॉयल्स के आक्रामक बल्लेबाजों में से हैं। वे 150 के स्ट्राइक रेट से रन बना रहे हैं।

चहल के पास फिर पर्पल कैप, स्पिनर 19 विकेट चटका चुके

पिछले सीजन की ही तरफ रॉयल्स की गेंदबाजी इस बार भी धारदार दिखाई दे रही है। खासतौर से स्पिनर्स के मामले में रॉयल्स बाकी टीमों से काफी आगे हैं।

रॉयल्स के युजवेंद्र चहल के पास एक बार फिर पर्पल कैप है। पिछले साल भी चहल को पर्पल कैप मिली थी। चहल अबतक 5 मैचों में 11 विकेट ले चुके हैं। वहीं राजस्थान के तीनों स्पिनर्स अबतक 19 विकेट चटका चुके हैं। आर अश्विन 6 और एडम जैम्पा 2 विकेट अपने नाम कर चुके हैं।

रॉयल्स के युजवेंद्र चहल के पास एक बार फिर पर्पल कैप है। चहल अबतक 5 मैचों में 11 विकेट ले चुके हैं।

रॉयल्स के युजवेंद्र चहल के पास एक बार फिर पर्पल कैप है। चहल अबतक 5 मैचों में 11 विकेट ले चुके हैं।

पहले ओवर में विकेट की गारंटी हैं बोल्ट

पिछले सीजन की ही तरह ट्रेंट बोल्ट इस सीजन में भी रॉयल्स को पहले ही ओवर में विकेट निकालकर दे रहे हैं। बोल्ट ने इस सीजन 4 मैच खेले हैं, जिनमें से 3 मैच में बोल्ट ने पहले ही ओवर में रॉयल्स को सफलता दिलाई है।

बोल्ट अबतक 6 विकेट ले चुके हैं। इनमें से 5 पहले ओवर में लिए गए हैं। बोल्ट ने हैदराबाद के खिलाफ पहले ओवर में 2, दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 2 और गुजरात टाइंटस के खिलाफ 1 बल्लेबाज को पहले ही ओवर में चलता किया है। इसके अलावा इस सीजन में सिर्फ बोल्ट ही एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने 2 मेडन ओवर फेंके हैं।

हैटमायर को आउट नहीं कर पा रहीं टीमें

राजस्थान रॉयल्स के स्लॉग हिटर और गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले शिमरन हैटमायर विरोधी टीमों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। हैटमायर इस सीजन 183 के औसत से बल्लेबाजी कर रहे हैं, जो सबसे ज्यादा है।

इसका कारण ये है कि इस सीजन के 5 में से 4 मैचों में हैटमायर नॉटआउट रहे हैं। सिर्फ पंजाब के खिलाफ हुए मैच में वह आउट हुए थे, वो विकेट भी पंजाब को रनआउट से मिला था। एक्सपट्‌र्स का कहना है कि जैसे-जैसे सीजन आगे बढ़ेगा हैटमायर विरोधी टीमों के लिए बड़ा सिरदर्द बनेंगे।

हैटमायर इस सीजन 183 के औसत से बल्लेबाजी कर रहे हैं, जो सबसे ज्यादा है। वे अब तक पांच मैच में सिर्फ 1 बार आउट हुए हैं।

हैटमायर इस सीजन 183 के औसत से बल्लेबाजी कर रहे हैं, जो सबसे ज्यादा है। वे अब तक पांच मैच में सिर्फ 1 बार आउट हुए हैं।

पिछले सीजन की कमी दूर हुई, टीम के पास परफैक्ट कॉम्बिनेशन

रॉयल्स की टीम पिछले सीजन से ही सबसे संतुलित टीमों में से एक मानी जा रही थी। मगर पिछले सीजन रॉयल्स के पास दो बड़ी कमियां थी। जिसे इस सीजन में रॉयल्स ने दूर कर लिया है।

पहली कमी : एक अतिरिक्त स्लॉग हिटर की जरूरत थी, जिसे रॉयल्स ने ध्रुव जुरैल के रूप में दूर किया है। पिछले सीजन इस कमी की वजह से रॉयल्स को कुछ मुकाबले गंवाने पड़े थे। मगर इस सीजन में हैटमायर के साथ मिलकर जुरैल रॉयल्स को स्लॉग हिटिंग कॉन्टेस्ट में आगे खड़ा कर रहे हैं। दो मुकाबलों में यह देखने को मिल चुका है।

दूसरी कमी : पांचवें स्पेशलिस्ट गेंदबाज की जरूरत थी, उस कमी को भी रॉयल्स ने जेसन होल्डर और एडम जैम्पा के रूप में दूर कर लिया है। टीम के पास ट्रेंट बोल्ट, संदीप शर्मा, युजवेंद्र चहल और आर अश्विन के रूप में रेगुलर चार गेंदबाज हैं।

ऐसे में अतिरिक्त स्पिनर के रूप में जरूरत पड़ने पर एडम जैम्पा और पेसर के रूप में जरूरत पड़ने पर टीम जेसन होल्डर का इस्तेमाल करती रहती है। होल्डर स्लॉग हिटिंग भी करते हैं, यानी एक अतिरिक्त ऑलराउंडर भी रॉयल्स को मिला है।

एक मैच के दाैरान क्रिकेटर्स के रिलेटिव और राजस्थान रॉयल्स के फैंस।

एक मैच के दाैरान क्रिकेटर्स के रिलेटिव और राजस्थान रॉयल्स के फैंस।

जयपुर में राजस्थान ने 47 में से 32 मुकाबले जीते

राजस्थान रॉयल्य का जयपुर में परफॉरमेंस अच्छा रहा है। यहां रॉयल्स ने 68 प्रतिशत से ज्यादा मुकाबले जीते हैं। ऐसे में पिछली बार की फाइनलिस्ट रॉयल्स के लिए माना जा रहा है कि वह जयपुर में 5 में से कम से कम 4 मुकाबले जीत सकती है।

पहले आईपीएल 2008 की चैंपियन रॉयल्स ने SMS स्टेडियम में अब तक कुल 47 मुकाबले खेले हैं, इनमें से 32 में उन्हें जीत मिली है। 2008 और 2013 में यहां हुए सभी मुकाबलों में रॉयल्स ने जीत दर्ज की थी।

SMS में 68 प्रतिशत मैच टारगेट चेज वाली टीम जीतती है

एसएमएस स्टेडियम में रनों का पीछा करना टीमों को रास आता है। यही वजह है कि यहां टीमें ज्यादातर टॉस के बाद बॉलिंग चुनती हैं।

जयपुर में अब तक हुए मैचों में 47 में से 32 मैच टीमों ने चेज करते हुए जीते हैं। वहीं फर्स्ट बैटिंग करते हुए सिर्फ 15 मुकाबले जीते गए हैं। इसके अलावा 47 में से 25 मुकाबले टॉस जीतने वाली टीम जीती है, वहीं 22 मुकाबले टॉस हारने वाली टीम ने जीते हैं।

राजस्थान रॉयल्स ने SMS स्टेडियम में अब तक कुल 47 मुकाबले खेले हैं, इनमें से 32 में उन्हें जीत मिली है।

राजस्थान रॉयल्स ने SMS स्टेडियम में अब तक कुल 47 मुकाबले खेले हैं, इनमें से 32 में उन्हें जीत मिली है।

जयपुर में RCB, हैदराबाद और चेन्नई के खिलाफ रॉयल्स आगे

जयपुर में राजस्थान के पांच मैच होने हैं। ये मुकाबले लखनऊ सुपरजायंटस, चेन्नई सुपरकिंग्स, गुजरात टाइटंस, सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के साथ होंगे। लखनऊ और गुजरात के नई टीमें होने के चलते जयपुर में पहली बार रॉयल्स इनसे भिड़ेंगी। मगर इनके अलावा बाकी टीमों के खिलाफ रॉयल्स का परफॉरमेंस जयपुर में बेहतर है।

  • रॉयल्स ने आरसीबी के खिलाफ यहां 7 मुकाबले खेले हैं, जिनमें से 4 में जीत, 3 में हार मिली।
  • चेन्नई के खिलाफ यहां 6 मुकाबले खेले गए हैं, जिनमें से 3 में जीत, 3 में हार मिली।
  • हैदराबाद के खिलाफ यहां 3 मुकाबले खेले गए, जिनमें से 2 में जीत और 1 में हार मिली।

एक्सपट्‌र्स बोले- टीम कॉम्बिनेशन शानदार
क्रिकेट कोच मनोज चौधरी का कहना है कि राजस्थान रॉयल्स का टीम कॉम्बिनेशन शानदार है। शिमरन हैटमायर को लोअर ऑर्डर में लाकर जो इस्तेमाल रॉयल्स कर रही है वो दिल्ली कैपिटल्स और आरसीबी नहीं कर पाई। इसका रिजल्ट रॉयल्स को मिल रहा है। रॉयल्स के पास अच्छे स्पिनर्स और पेसर्स दोनों हैं। कोई भी विरोधी टीम चाहे जैसा विकेट बना ले, प्लेयर्स परफॉर्म करेंगे ही। राजस्थान रॉयल्स क्वालिफायर की मजबूत दावेदार है।

पूर्व रणजी क्रिकेटर रोहित झालानी का कहना है कि राजस्थान रॉयल्स का परफॉरमेंस शानदार है। बैटिंग, बॉलिंग हर डिपार्टमेंट में टीम अच्छा कर रही है। बैलेंस्ड टीम है। जो कमियां कुछ थी वो दूर कर ली गई हैं। चहल-अश्विन के रूप में टॉप इंटरनेशनल स्पिनर्स हैं। संजू का फॉर्म भी महत्वपूर्ण है। सिर्फ प्लेऑफ ही नहीं राजस्थान रॉयल्स इस साल आईपीएल चैम्पियन भी बन सकती है।

क्रिकेट कोच मनोज चौधरी(बाएं) और रोहित झालानी(दाएं)।

क्रिकेट कोच मनोज चौधरी(बाएं) और रोहित झालानी(दाएं)।

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