मोहाली23 मिनट पहले
ऑस्ट्रेलिया ने तीन टी-20 मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में भारत को 4 विकेट से हरा दिया। 208 रन का विशाल स्कोर बनाने के बावजूद भारतीय टीम चार गेंद बाकी रहते मैच हार गई। हमने पांच ऐसे कारण शॉर्टलिस्ट किए हैं जिनकी वजह से टीम इंडिया अच्छी स्थिति में होने के बावजूद जीत हासिल नहीं कर सकी। चलिए सभी कारणों पर एक-एक कर नजर डालते हैं।
5. हाई स्कोरिंग मैच में तीन स्टार बल्लेबाज फेल रहे
मोहाली की पिच रनों से भरपूर थी। लेकिन, यहां भी हमारे तीन स्टार बल्लेबाज सुपर फ्लॉप रहे। कप्तान रोहित शर्मा ने 9 गेंद पर 11 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 122 का रहा। विराट कोहली ने 7 गेंद पर 2 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 28 का रहा। दिनेश कार्तिक ने 5 गेंदों पर 6 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 120 का रहा। इन तीनों बल्लेबाजों ने कुल 21 गेंदों का सामना किया और बनाए महज 19 रन। जिस मैच में 10 से ऊपर के रन रेट से रन बने उसमें इनका कम्बाइंड रन रेट 6 से भी कम रहा।
4. हमारे फील्डर्स ने तीन कैच टपकाए
भारतीय खिलाड़ियों ने 3 कैच छोड़े और भारत मैच में वापस ही नहीं आ पाया।
- हाई स्कोरिंग मैच में विकेट लेने के मौके कम ही मिलते हैं। लेकिन, अगर आप एक पारी में तीन कैच टपकाएंगें तो जीत मिलना मुश्किल होगा ही। भारतीय खिलाड़ी ने तीन कैच टपकाए। 30 गेंद पर 61 रन बनाने वाले कैमरून ग्रीन का कैच अक्षर पटेल ने छोड़ा। उस समय वो 42 रन बनाकर खेल रहे थे।
- बाद में केएल राहुल ने स्टीव स्मिथ का कैच टपकाया। अक्षर की गेंद पर लॉन्ग ऑफ पर केएल राहुल से ये गलती हुई। तब स्मिथ ने 15 गेंदों में 19 रन बनाए थे और फिर 24 गेंदों में 35 रन बनाकर पवेलियन लौटे।
- हर्षल पटेल ने अपनी ही गेंद पर मैथ्यू वेड का कैच छोड़ा। वेड उस समय 23 रन बनाकर खेल रहे थे। वे आखिरकार 45 रन बनाकर नाबाद रहे।
3. अक्षर पटेल को छोड़कर सारे गेंदबाज फ्लॉप
अक्षर पटेल को छोड़कर टीम इंडिया का कोई भी गेंदबाज कुछ खास कमाल नहीं कर पाया। कप्तान रोहित शर्मा पूरे मैच में गुस्से में नजर आए।
भारत की गेंदबाजी बहुत ही खराब रही। रोहित शर्मा ने 6 गेंदबाज आजमाए लेकिन अक्षर पटेल को छोड़कर अन्य कोई भी गेंदबाज किफायती साबित नहीं हो सका। भुवनेश्वर कुमार ने 13 की इकोनॉमी से 4 ओवर में 52 रन दिए। उमेश यादव ने 13.5 की इकोनॉमी से 2 ओवर में 27 रन दिए। युजवेंद्र चहल ने 3.2 ओवर में 12.6 की इकोनॉमी से 42 रन खर्च कर डाले। हर्षल पटेल ने 12.25 और हार्दिक पंड्या ने 11 की इकोनॉमी से रन लुटाए। जब 6 में से 5 गेंद बाद इस कर पिटेंगे तो टीम को जीत कैसे मिलेगी?
2. डेथ ओवर्स में भारत की फिर से खराब गेंदबाजी
एशिया कप के बाद टीम इंडिया की डेथ ओवरों में खराब गेंदबाजी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में भी जारी रही।
16 ओवर के बाद ऑस्ट्रेलिया का स्कोर पांच विकेट पर 154 रन था। आखिरी 24 गेंदों पर कंगारू टीम को 55 रन की जरूरत थी। लेकिन, डेथ ओवर्स में भारतीय गेंदबाज एक बार फिर बेरंग नजर आए। 17वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने तीन वाइड गेंद फेंकी। इस ओवर में उन्होंने कुल 15 रन दिए। 18वां ओवर करने आए हर्षल पटेल ने 22 रन लुटा श्वर को दिया। इस ओवर में उन्होंने 16 रन दे दिए। आखिरी ओवर में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए सिर्फ दो रन की जरूरत थी जो उसके बल्लेबाजों ने दिए। पिछले ओवर में जमकर पिटाई खाने के बावजूद रोहित ने 19वां ओवर भुवनेआसानी से बना लिए।
1. बुमराह जब चोटिल थे तो टीम में क्यों लिया
जसप्रीत बुमराह टीम इंडिया के नंबर-1 बॉलर हैं, उनके टीम में ना होने से टीम की गेंदबाजी पर काफी प्रभाव पड़ा है।
भारतीय टीम ने जसप्रीत बुमराह को प्लेइंग-11 से बाहर रखा। बुमराह चोटिल होने के कारण एशिया कप में नहीं खेल पाए थे। उम्मीद थी कि वे फिट हो गए हैं तभी उन्हें स्क्वॉड में शामिल किया गया। लेकिन, भारतीय थिंक टैंक ने हैरानी भरा फैसला लेते हुए उन्हें फिर आराम देने का फैसला किया। कहा गया वो चोटिल थे इसलिए टीम का हिस्सा नहीं बने। वो दूसरे और तीसरे मैच में खेलेंगे।
ऐसे में सवाल उठता है कि जब उन्हें बाहर ही रखना था तो फिर टीम में शामिल क्यों किया गया। बुमराह डेथ ओवर्स के अच्छे गेंदबाज माने जाते हैं। मुमकिन है कि अगर वे इस मैच में खेल रहे होते तो नतीजा भारत के पक्ष में आ सकता था।
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