टीम इंडिया को भारत में हराना नामुमकिन जैसा: पिछले 10 साल में लगातार 15 टेस्ट सीरीज जीती; 42 में से सिर्फ 2 मैच हारी
अश्विन सोलंकी11 मिनट पहले
ऑस्ट्रेलिया की टीम चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने भारत आ चुकी है। 9 फरवरी से नागपुर में पहला टेस्ट शुरू होगा। ऑस्ट्रेलिया इस समय दुनिया की नंबर-1 टेस्ट टीम है और उम्मीद की जा रही है कि वह भारतीय टीम को कड़ी चुनौती देगी। हालांकि, भारत का अपने घर में पिछले 10 साल का रिकॉर्ड देखें तो कंगारुओं का यहां सीरीज जीत पाना लगभग नामुमकिन लगता है।
स्टोरी में आगे हम उन 5 रिकॉर्ड्स को जानेंगे जिससे साबित होता है कि टीम इंडिया ने अपने घर में जैसा दबदबा बनाया है वैसा इससे पहले किसी और टीम ने अपनी होम कंडीशन में नहीं बनाया था।
1. घर में लगातार 15 सीरीज जीते
भारत ने 2013 से अब तक घर में लगातार 15 टेस्ट सीरीज जीत ली हैं। दुनिया की कोई भी टीम अपने घर में लगातार से 10 से ज्यादा टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी। भारत ने इन 15 में से 9 सीरीज में तो विपक्षी टीम को क्लीन स्वीप किया।
15 में से भी 8 सीरीज सेना देशों यानी साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया को हराईं। इस दौरान हमने श्रीलंका और वेस्टइंडीज को भी हराया। भारत को आखिरी बार 2012 में इंग्लैंड ने टेस्ट सीरीज हराई थी। तब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत 2-1 से हारा था।
2. 10 साल के टाइम पीरियड में घर में सबसे ज्यादा जीत %
भारत ने 2013 से अब तक घर में 42 टेस्ट खेले हैं। इनमें उसे 34 में जीत और सिर्फ 2 में हार मिली। यानी इन 10 सालों में भारत का जीत प्रतिशत 80.95% रहा। दुनिया की कोई भी टीम किसी भी 10 साल के पीरियड में अपने घर में इससे अच्छा जीत प्रतिशत हासिल नहीं कर पाई है। भारत के बाद दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया है। ऑस्ट्रेलिया ने 1998 से 2007 तक 10 साल के पीरियड में अपने घर में 79.66% टेस्ट मैचों में जीत हासिल की थी। उन्होंने इस दौरान 59 टेस्ट खेले और 47 में जीत दर्ज की।
3. 15 में से सीरीज में क्लीन स्वीप
पिछले 10 सालों में भारत ने जो 15 सीरीज जीतीं। इनमें भी दबदबा दिखाते हुए 9 सीरीज पर क्लीन स्वीप किया। एक टेस्ट मैच वाली सीरीज हटा दें तो 13 में से 7 में क्लीन स्वीप किया। एक-एक टेस्ट में भारत ने बांग्लादेश और अफगानिस्तान को हराया। भारत ने जिन देशों पर क्लीन स्वीप किया उनमें ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड और श्रीलंका जैसे देश शामिल हैं। SENA देशों यानी साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया को इस दौरान भारत ने भारत में 8 बार सीरीज में हराया।
4. एकतरफा जीत
भारत ने इन 10 सालों में 34 टेस्ट जीते। 34 में से 31 मुकाबले भारत ने एकतरफा अंदाज में जीते। जिन 3 मैचों को हम एकतरफा जीत में काउंट नहीं कर रहे हैं। वहां भी भारत ने एक मैच 75 रन के अंतर से जीता और 2 मैच 6 विकेट के अंतर से जीते।
इनके अलावा भारत ने 14 टेस्ट पारी के अंतर से जीते। 10 टेस्ट 200 से ज्यादा रन के अंतर से और 2 टेस्ट 100 से ज्यादा रन के अंतर से जीते। विकेट के अंतर की बात करें तो भारत ने 2 टेस्ट 10 विकेट से और 3 टेस्ट 8 विकेट के अंतर से जीते।
5. भारत में दबदबे की वजह
हमारे स्पिनर्स और यहां की पिच। भारत आने वाली विदेशी टीमों को स्पिनर्स खेलने में परेशानी होती है। भारत में पिछले 10 सालों से रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने दबदबा बनाए रखा है। पिछले 10 सालों में भारत की पिचों पर स्पिनर्स द्वारा सबसे ज्यादा विकेट की बात करें तो अश्विन का नाम ही टॉप पर हैं। उन्होंने 42 टेस्ट में 258 विकेट झटके हैं। इनमें भी 19 बार पारी में 5 या उससे ज्यादा विकेट लिए।
अश्विन ने तो अकेले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर के 8 टेस्ट में 50 विकेट लिए हैं। इस दौरान जडेजा ने भी 49 विकेट झटके। इस बार भी कंगारुओं को इन दोनों से चुनौती मिलेगी। इनके अलावा अक्षर पटेल और कुलदीप यादव भी हैं। जो किसी भी वर्ल्ड क्लास टीम को स्पिन ट्रैक पर धराशाई करने की काबिलियत रखते हैं।
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