टीम इंडिया को मजबूत बनाया रायपुर की बेटी ने: हर मैच के लिए आकांक्षा ने रखा प्लेयर्स को फिट, एक्ट्रेस तापसी पन्नू के साथ भी किया काम
रायपुर6 मिनट पहले
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मिथाली राज के साथ रायपुर की आकांक्षा।
भारत ने पहले अंडर-19 विमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया है। भारतीय टीम ने फाइनल में इंग्लैंड को 7 विकेट से हरा दिया। इस ऐतिहासिक जीत के पीछे रायपुर की बेटी का अहम रोल है। भारत की महिला खिलाड़ियों की टीम में बतौर मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव और फिजियो एक्सपर्ट आकांक्षा सत्यवंशी ने काम किया है। आकांक्षा रायपुर की रहने वाली हैं। यहीं से उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई की कुछ समय स्टेट क्रिकेट संघ के लिए काम किया और इसके बाद नेशनल टीम का हिस्सा बनीं।
जीत का जश्न मनाया गया।
अंडर-19 विमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम को फीट रखना। उन्हें कोई सीरियस इंजरी न हो इसका ख्याल रखना आकांक्षा के जिम्मे ही था। वो टीम इंडिया की बैक बोन बनकर पिछले 5 महीनों से साथ हैं। हर मैच के बाद किस खिलाड़ी को रेस्ट देना है, किसे थैरेपी की जरुरत है ताकि वो मैदान में अच्छा कर पाए ये काम आकांक्षा ने बखूबी संभाला।
टीम को रखा माेटिवेट, हर खिलाड़ी पर नजर
आकांक्षा ने दैनिक भास्कर को बताया कि ये अंडर-19 विमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप भारत के लिए अहम था। शुरू से ही तैयारी पर फोकस रहा। टीम इंडिया लगातार टूर पर थी। इस बीच हम टीम के कोच से संपर्क में रहते थे कि किस खिलाड़ी की फिजिकल कंडीशन कैसी है। यंग लड़कियां थी हमने खास ख्याल रखा कि अच्छे प्लेयर्स मैच रेडी रहें।
आकांक्षा ने बताया कि टीम की प्लेयर शेफाली और ऋचा को छोड़कर बाकि की सभी लड़कियां पहली बार बाहर ट्रैवल कर रहे थे। हमारी कोशिश रही कि हम खुद भी काम रहें और लड़कियों को भी। उन्हें यही समझाया जाता था कि जैसे इंडिया के हर मैदान में दम दिखाया है यहां भी दिखाना है। किसी भी तरह की शारीरिक परेशानी न हो इसका हम ध्यान रखते थे।
इस वजह से जीता इंडिया
आकांक्षा ने करीब से भारत की अंडर-19 विमेंस क्रिकेट टीम को देखा है। उन्हाेंने भारत की एतिहासिक जीत के पीछे की वजह भी दैनिक भास्कर को बताई। आकांक्षा ने कहा कि हमारी जीत के पीछे की बड़ी वजह है तैयारी। यहां लड़कियां काफी छोटी उम्र से क्रिकेट खेलती हैं। बीसीसीआई का फोकस भी होता है सुविधाएं और अंडर 19 खिलाड़ियों को अपने ही देश में खेल का माहौल मिलता है। ऐसा दूसरे देशों में नहीं होता वहां प्रोफेशनल क्रिकेट देर से खेला जाता है। लगातार तैयारी से स्किल बढ़िया होती है और इंडिया इस वजह से टॉप पर है।
ऐसे हुई आकांक्षा के करियर की शुरूआत
आकांक्षा ने बताया कि हमारे परिवार में मेरे चाचा जी डॉक्टर रहे हैं। मैं उन्हें देखकर हमेशा मेडिकल की फील्ड में जाना चाहती थी। बैचलर्स मैंने रायपुर मेडिकल कॉलेज से किया और मास्टर्स कटक से। फिजियो थैरेपी की जब पहली बार क्लास अटेंड की थी तो लगा बस यही करना है। ये काम मुझे पसंद आया। साल 2019 में छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के साथ काम किया।
इसके बाद आकांक्षा के काम की वजह से उन्हें नेशनल क्रिकेट एकेडमी ने बुलाया। उन्हें सीनीयर टीम हैंडल करने का मौका मिला। बतौर असिस्टेंट फिजियो एक्सपर्ट काम किया। इसके बाद इंडिया की मेन टीम के साथ आकांक्षा ने काम किया इंडिया की स्टार फीमेल क्रिकेटर्स मिताली के साथ भी रहीं।
बॉलीवुड फिल्म के लिए किया काम
आकांक्षा ने एक्ट्रेस तापसी पन्नू के साथ काम किया है। तापसी पन्नू की फिल्म शाबाश मिठू में भी आकांक्षा ऑफ स्क्रिन फिजियो एक्सपर्ट के तौर पर जिम्मा संभाल चुकी हैं। फिल्म में कुछ सींस में एक्ट्रेस को प्रोफेशनल क्रिकेटर्स की तरह की सीन शूट करने थे। ऐसे में तापसी को फिजियो पर गाइडेंस आकांक्षा ने ही दी थी।
इंडिया विमेंस टीम की पहली वर्ल्ड ट्रॉफी
इंडिया विमेंस टीम किसी भी लेवल पर पहली ही बार वर्ल्ड चैंपियन बनी है। जूनियर लेवल पर ICC ने पहली बार वर्ल्ड कप आयोजित कराया। वहीं, सीनियर लेवल पर टीम इंडिया कभी भी वर्ल्ड कप नहीं जीत सकी।
भारत ने इससे पहले 2005 और 2017 का वनडे वर्ल्ड कप फाइनल खेला, लेकिन ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से हार गए। वहीं, 2020 के टी-20 वर्ल्ड कप में भारत को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा। वहीं, 2022 के बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में भी टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा।
BCCI देगा 5 करोड़ रुपए
टूर्नामेंट जीतने पर BCCI ने विमेंस क्रिकेट टीम और सपोर्ट स्टाफ को 5 करोड़ रुपए का इनाम देने की घोषणा की। साथ ही BCCI सचिव जय शाह ने कप्तान शेफाली वर्मा और टीम इंडिया को भारत और न्यूजीलैंड सीरीज के बीच अहमदाबाद बुलाया है। जहां एक फरवरी को पूरी टीम भारत और न्यूजीलैंड के बीच टी-20 सीरीज का आखिरी मैच देखेगी।
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