टोक्यो में नीरज ने जीता गोल्ड: नीरज चोपड़ा एक साल से फोन स्विच ऑफ रख रहे थे; जब मां से बात करनी होती थी, तभी ऑन करते थे फोन
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- Tokyo Olympics: India’s Neeraj Chopra Wins Gold Medal In Men’s Javelin Throw; Neeraj Was Keeping The Phone Switched Off For A Year; When I Had To Talk To My Mother, Then I Used To Turn On The Phone
पानीपत6 मिनट पहलेलेखक: राजकिशोर
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नीरज ने अपने पहले ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीत कर इतिहास रच दिया। वे इंडिविजुअल में गोल्ड मेडल जीतने वाले देश के दूसरे खिलाड़ी हैं। नीरज से पहले 2008 बीजिंग ओलिंपिक में शूटिंग में अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड मेडल जीता था। नीरज को गोल्ड यूं ही नहीं मिला है। इसके लिए उन्होंने काफी त्याग किए हैं। तैयारी पर फोकस रहे, इसलिए पिछले एक साल से वे मोबाइल को स्विच ऑफ ही रखते थे। यही नहीं वे सोशल मीडिया से भी दूर रहे।
नीरज के चाचा ने जीत के बाद दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि नीरज का सपना देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना था। 2016 में वे रियो में नहीं जा सके थे। हालांकि उस साल उनका परफॉर्मेंस काफी शानदार था। उन्होंने जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था और वे क्वालिफिकेशन मार्क्स को भी पार कर गए थे, लेकिन उनका यह रिकॉर्ड 23 जुलाई के बाद का था। जबकि रियो के लिए क्वालिफाई की आखिरी तारीख ही 23 जुलाई थी। ऐसे में नीरज को ओलिंपिक में भाग नहीं लेने का दुख था।
इसके बाद से वे अगले ओलिंपिक की तैयारी में जुट गए थे। उनका सपना देश के लिए गोल्ड जीतना था और वे इसमें किसी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहते थे। इसलिए पिछले एक साल से वे मोबाइल को स्विच ऑफ रखते थे। जब भी मां सरोज और परिवार के अन्य लोगों से बात करनी होती थी, वे खुद ही वीडियो कॉलिंग करते थे। हम चाहकर भी उन्हें संपर्क नहीं कर पाते थे।
नीरज ने मई 2019 में कोहनी की सर्जरी कराई थी
टोक्यो ओलिंपिक की देरी नीरज के लिए फायदेमंद
चाचा बताते हैं कि टोक्यो ओलिंपिक एक साल देरी से होना नीरज के लिए फायदेमंद रहा। नीरज को मई 2019 में कोहनी का ऑपरेशन कराना पड़ा था। ऐसे में हमें डर था कि वे ओलिंपिक से पहले तक रिकवर हो पाएंगे या नहीं, लेकिन भगवान का शुक्र है कि कोरोना की वजह से टोक्यो ओलिंपिक एक साल आगे टल गया और नीरज को रिकवरी का समय मिल गया। साथ ही उन्हें अपने फॉर्म में लौटने का भी पर्याप्त समय मिल गया।
नीरज चोपड़ा के मेडल जीतने पर उनके गांव में जश्न में डूब लोग।
मुकाबला देखने के लिए एलईडी स्क्रीन लगाई
नीरज चोपड़ा का मुकाबला देखने के लिए उनके पानीपत के गांव खांडरा स्थित घर में बड़ी स्क्रीन लगाई गई। घर में पूरा परिवार, रिश्तेदार, गांववाले और एथलेटिक्स फेडरेशन के अधिकारी जुटे, जिन्होंने एक साथ बैठकर लाइव मुकाबला देखा। पंडाल लगाकर कुर्सियां लगाई गईं। गांव के बड़े बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं सुबह से ही नीरज के घर पर जुटने लगे थे।
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