द्रविड़ के नए रोल पर अजहर की राय: पूर्व भारतीय कप्तान अजहरुद्दीन बोले- क्रिकेट का नया युग शुरू होगा, पर द्रविड़ को थोड़ा वक्त देना होगा
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2 मिनट पहले
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भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहला टी-20 मैच खेला जा रहा है। ये मुकाबला जयपुर में हो रहा है। इसे खास बनाने के लिए भारत के पूर्व कप्तान अजहरुद्दीन से दैनिक भास्कर ने खास बातचीत की है। जहरुद्दीन ने पाकिस्तान के खिलाफ 1987 में यहां खेले गए एकमात्र टेस्ट मैच में शतक लगाया था। उन्होंने नए कोच द्रविड़ और नए कप्तान रोहित को लेकर क्या कहा आइए आपको बताते हैं।
द्रविड़ की कोचिंग में टीम इंडिया लिखेगी नई इबारत, उनको थोड़ा समय देने की जरूरत
राहुल द्रविड़ की कोचिंग में टीम इंडिया नई इबारत लिखेगी। पिछले 4-5 साल से वे जिस तरह से जूनियर खिलाड़ियों के साथ काम कर रहे थे और ज्यादातर वे ही अब सीनियर टीम में हैं, इसलिए उन्हें टीम के साथ काम करने में किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी। हां, उनको थोड़ा समय देने की जरूरत है। बीसीसीआई का द्रविड़ को टीम इंडिया की जिम्मेदारी देने का फैसला एकदम सही है। हालांकि, रवि शास्त्री और विराट कोहली ने टीम इंडिया के साथ अच्छा काम किया है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ होम एडवांटेज तो भारत को मिलेगा
टीम इंडिया टी20 वर्ल्ड कप के बाद एक तरह से नई शुरुआत करेगी। होम एडवांटेज टीम इंडिया को मिलेगा। वर्ल्ड कप के फाइनलिस्ट के खिलाफ खेलने का कोई दबाव भारत के ऊपर नहीं होगा। फिर इस बार घरेलू दर्शकों के बीच भारत खेलेगा। इसका काफी असर पड़ता है। न्यूजीलैंड की टीम इस समय अच्छी क्रिकेट खेल रही है। लेकिन ट्रॉफी जीतने में सफल नहीं रही है।
1987 में जयपुर में खेला गया एकमात्र टेस्ट यूनिक था
1987 में जयपुर में खेला गया वो टेस्ट अपने आप में यूनिक था। उस मैच में पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल जिया उल हक भी आए थे। हां, मुझे याद है कि मैंने उस मैच में शतक लगाया था। उस मैच में रवि शास्त्री ने भी सेंचुरी लगाई थी। गजब का माहौल था। जयपुर के क्रिकेटप्रेमी काफी उत्साहित होते हैं। 34 साल पहले और अब यहां का विकेट भी काफी बदला होगा। लेकिन इतना तय है कि दर्शकों के उत्साह में कोई कमी नहीं होगी।
रेड बॉल और व्हाइट बॉल का कप्तान अलग-अलग हो
टीम को रोहित के रूप टी20 का नया कप्तान मिल गया है। उनके नेतृत्व में टीम नई शुरुआत करेगी। मैं हमेशा से रेड बॉल और व्हाइट बॉल के अलग-अलग कप्तान होने का समर्थन करता हूं। बीसीसीआई ने यह एक अच्छी शुरुआत की है। इससे वर्कलोड भी थोड़ा कम होगा। व्हाइट बॉल और रेडबॉल क्रिकेट के खिलाड़ियों को भी बोर्ड और सलेक्टर्स को अब चिन्हित करने की जरूरत है।
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