नवदीप की जीत को शुरू की अखंड जोत: आज पानीपत के जेवलीन थ्रोअर नवदीप पैरालिंपिक में दिखाएंगे बाजुओं का दम, शाम 3:40 बजे शुरू होगा मैच, गांव में मैच देखने को लगाई LED लगाई गई
पानीपत6 मिनट पहले
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पानीपत के जेवलीन थ्रोअर नवदीप
नीरज चोपड़ा के बाद अब पानीपत के ही जेवलिन थ्रोअर नवदीप से पूरे देश को टोक्यो पैरालिंपिक में गोल्ड की उम्मीद है। देश के पैरा एथलीट टोक्यो पैरालिंपक में बेहतर प्रदर्शन कर चुके हैं। देश को नवदीप से एक और मेडल की आस है। नवदीप ने मेडल के लिए जमकर पसीना बहाया है। उनकी मां और भाभी ने नवदीप की जीत के लिए घर में अखंड जोत जलाई है। मैच देखने के लिए गांव में LED लगाई गई है।
जापान के टोक्यो में आयोजित पैरालिंपिक में आज फिर जन-गण-मन गूंजने की पूरी उम्मीद है। पानीपत के बुआना लाखु निवासी नवदीप अपनी F-41 कैटेगिरी में हिस्सा लेंगे। नवदीप अपनी कैटेगिरी में वर्ल्ड रिकॉर्ड से केवल 50 सेंटीमीटर से पीछे हैं। आज होने वाले पैरालिंपिक में नवदीप का मेडल पक्का माना जा रहा है।
नवदीप का मैच देखने के लिए उनके गांव बुआना लाखु में पहले तीन LED स्क्रीन लगाने की योजना थी, लेकिन बारिश को देखते हुए अब एक ही LED स्क्रीन लगाई जाएगी। नवदीप का मैच देखने के लिए पूरे गांव की भीड़ जुटेगी। देशभर के लोग TV पर नवदीप का मैच देखेन को उत्सुक हैं।
अखंड जोत जलाकर प्रार्थना करती नवदीप की मां मुकेश रानी।
घर में शुरू हुई अखंड जोत
नवदीप की सफलता के लिए मां मुकेश रानी और भाभी ने घर में अखंड जोत शुरू की है। टोक्यो पैरालिंपिक में मेडल जीतने के लिए नवदीप ने जी-तोड़ मेहनत की है। इसके साथ परिजन भी उनकी जीत के लिए दुआ करने में जुटे हैं।
पदक विजेता बेटे का किया जाएगा जोरदार स्वागत
नवदीप के पिता दलबीर ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि नवदीप पदक जीतकर देश का नाम रोशन करेगा। उन्होंने कहा कि बेटे के लौटने पर ग्रेंड स्वागत करेंगे। पिता का कहना है कि वह सौभाग्यशाली हैं
कि नवदीप ने उनके बेटे के रूप में जन्म लिया, जिसने कभी हार नहीं मानी। अब उसके पास देश का नाम रोशन करने का मौका है।
चूरमा और चने के लड्डू खिलाकर करूंगी स्वागत
नवदीप की मां मुकेश ने बताया कि नवदीप के मुकाबले को लेकर काफी बेचैनी और उत्साह है। एक दिन पहले से ही भगवान की पूजा कर प्रार्थना शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि बेटा पदक जीतकर आएगा, जब लौटेगा तो चूरमा और चने के लड्डू खिलाकर स्वागत करूंगी।
डेढ़ साल से घर नहीं आए हैं नवदीप
पैरालिंपिक की तैयारी को लेकर नवदीप बीते डेढ़ साल से घर नहीं आ सके हैं। पिता दलबीर ने बताया कि बुधवार को बेटे से बात हुई थी। बेटे ने फुल फॉर्म में होने और पदक जीतने का वादा किया है।
ये हैं नवदीप की उपलब्धियां
- 2010 दुबई में विश्व जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल
- जूनियर व अंडर-20 पैरा नेशनल चैंपियनशिप में 4 गोल्ड मेडल
- 2019 स्विटजरलैंड में पैरा विश्व जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल
- 2021 फरवरी में 43.78 मीटर भाला फेंककर पैरालिंपिक के रिकॉर्ड से केवल 50 सेंटीमीटर दूर रहे
- वर्तमान में अपनी कैटेगिरी में वर्ल्ड रैंकिंग में तीसरे जेवलिन थ्रोअर।
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