जयपुर6 मिनट पहले
IPL का 15वां सीजन शुरू हो रहा है। IPL की सभी टीमों में इस बार राजस्थान के खिलाड़ियों का जादू सिर चढ़कर बोल रहा है। प्रदेश के युवा क्रिकेटरों को इस बार लगभग हर टीम में मौका दिया गया है। इन्हीं में से एक है राजस्थान के टोंक के खलील अहमद। जिन्हें दिल्ली कैपिटल्स ने 5.25 करोड़ रुपए में खरीदा है। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज खलील की बेस प्राइस 50 लाख रुपए रखी गई थी। खलील का यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं था। क्रिकेट खेलने पर पिटाई होती थी, लेकिन खेल नहीं छोड़ा।
IPL के दूसरे मुकाबले में आज दिल्ली की टीम मुंबई के खिलाफ मैदान में उतरेगी। खलील के परिजनों को उम्मीद है कि उन्हें प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका मिलेगा। जयपुर के नजदीक टोंक के रहने वाले खलील के पिता खुर्शीद अहमद ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से खलील सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दे रहा है। उसने अपने बॉलिंग स्किल्स में भी सुधर किया है।
दिल्ली से की थी IPL करियर की शुरुवात
खलील के पिता खुर्शीद अहमद ने बताया कि खलील ने अपने IPL करियर की शुरुआत दिल्ली से ही की थी। ऐसे में एक बार फिर उसे दिल्ली से खेलने का मौका मिला है। जिससे पूरा परिवार काफी खुश है। मैं चाहता हूं कि खलील अच्छा परफॉर्मेंस दे। ताकि इस बार दिल्ली की टीम IPL का खिताब अपने नाम करें।
पिता खुर्शीद अहमद के साथ खलील।
क्रिकेट को लेकर होती थी पिटाई
स्कूल के दिनों में खलील अहमद का पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लगता था। खलील के पिता ने क्रिकेट को लेकर उन्हें पीटा भी था। फिर भी खलील ने क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ा। पहले वह टेनिस बॉल से खेलते थे। फिर लेदर बॉल से खेलना शुरू किया। इसके बाद खलील ने जहीर खान और इरफान पठान का एक्शन भी कॉपी किया था।
घर वालों की मर्जी के बिना एकेडमी जॉइन की
खलील की क्रिकेट की प्रति दीवानगी इतनी ज्यादा बढ़ गई की उन्होंने अपने घर वालों की मर्जी के बिना क्रिकेट एकेडमी जॉइन कर ली। इस दौरान खलील की मुलाकात उनके कोच इम्तियाज अली खान से हुई थी। जिन्होंने खलील के घर वालों को समझाया था। खलील को क्रिकेट की बारीकियां सीखने के लिए राजस्थान क्रिकेट एकेडमी में भेजा था।
राहुल द्रविड के साथ खलील अहमद।
डॉक्टर बनाना चाहते थे पिता
खलील अहमद का जन्म 5 दिसंबर 1997 को टोंक में हुआ था। खलील के पिता खुर्शीद अहमद अपने बेटे को डॉक्टर बनाना चाहते थे। खलील को क्रिकेट में अपना करियर बनाना था। पिता को शुरुआत में खलील के क्रिकेट खेलने से नफरत थी। उन्हें लगता था कि क्रिकेट में करियर नहीं है। अब खुर्शीद खलील की सफलता से खुश है। उन्होंने बताया कि क्रिकेट के प्रति खलील का लगाव इस कदर हावी था, कि वह स्कूल से बंक मारकर क्रिकेट खेलने चला जाता था। इस वजह से उसे पढ़ने में भी काफी दिक्कत हुई। लेकिन वह माना नहीं और लगातार क्रिकेट खेलता गया। उसी का नतीजा है कि खलील आज इस मुकाम पर है।
साल 2018 में पहली बार IPL में मिला मौका
2016 में खलील अहमद ने भारत की अंडर-19 टीम में अपनी जगह पक्की कर ली थी। फिर 2016 में ही खलील अहमद को दिल्ली डेयर डेविल्स ने 10 लाख रुपए में खरीद लिया था। खलील ने रणजी ट्रॉफी भी खेली और साल 2018 के आईपीएल ऑक्शन में सनराइजर्स हैदराबाद ने 3 करोड़ में खरीद लिया था। वहीं, अब बेस प्राइज से 10 गुना ज्यादा कीमत पर एक बार फिर खलील को दिल्ली कैपिटल्स ने खरीद लिया है।
साल 2018 में IPL के शानदार प्रदर्शन की बदौलत खलील अहमद को टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला था। खलील अहमद का 2018 एशिया कप की वन डे टीम में सिलेक्शन हुआ था। जहां इन्होंने हांगकांग के खिलाफ अपने वन डे करियर की शुरुआत की थी। 10 ओवर में उन्होंने 3 विकेट लिए थे। खलील बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। उनकी स्पीड 140 से 150 प्रति घंटे की रफ्तार की है। उन्होंने IPL के 24 मैच खेले हैं। जिसमें 32 विकेट चटकाए हैं।
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