पुजारा के साथ हुआ था नस्लीय भेदभाव: 6 साल बाद इंग्लैंड के खिलाड़ी ने चेतेश्वर के पूरे परिवार से मांगी माफी, इस नाम से पुकारते थे
2 मिनट पहले
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चेतेश्वर पुजारा 2015 में काउंटी क्रिकेट टीम यॉर्कशायर के लिए खेलते हुए रेसिज्म का शिकार हुए थे। उनको स्टीव कहकर बुलाया जाता था। नस्लीय कमेंट करने वाले जैक ब्रूक्स ने इसको लेकर माफी मांगी है। ब्रूक्स जो अब समरसेट के लिए खेलते हैं, 2015 में यॉर्कशायर क्रिकेट क्लब के साथ अपने पहले कार्यकाल के दौरान पुजारा के साथी थे।
पुजारा के पूरी फैमली से मांगी माफी
ब्रूक्स ने एक बयान में कहा कि वह तब इसे नस्लवादी नहीं मानते थे। उन्होंने कहा, ‘हां यह पुजारा के साथ हुआ है। हम उनके पंथ या नस्ल की परवाह किए बिना उपनाम दे देते थे। मैंने भी यह गलती की है। मैं इसे स्वीकार करता हूं। ऐसा करना अपमानजनक और गलत था। मैंने चेतेश्वर से संपर्क किया और उनसे और उनके परिवार से मेरे द्वारा किए गए अपराध के लिए माफी मांगी है। उस समय मैं इसे नस्लवादी नहीं मानता था, लेकिन अब यह स्वीकार्य नहीं है।’
स्टीव इस शब्द के उपयोग करने के अलावा, अपने नस्लवादी ट्वीट्स के लिए भी जांच के दायरे में हैं। हालांकि, उन्होंने अपना ट्विटर अकाउंट डिलीट कर दिया है, लेकिन उनके ट्वीट्स पब्लिक नॉलेज में हैं।
खिलाड़ियों को अंग्रेज टैक्सी ड्राइवर और रेस्तरां वर्कर बुलाते थे
यॉर्कशर क्लब में कम्युनिटी डवलपमेंट ऑफिसर रहे ताज बट ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘इंग्लैंड में एशियन मूल के खिलाड़ियों के साथ टैक्सी ड्राइवर और रेस्तरां वर्कर जैसे शब्द इस्तेमाल किए जाते थे। जो भी उनकी तरह नहीं होता उसे वे स्टीव कहते थे। यहां तक कि चेतेश्वर पुजारा को भी स्टीव कहकर बुलाते थे क्योंकि वे उसका नाम बोल नहीं पाते थे।’
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