फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान बड़ी घटना: साथी खिलाड़ी से जा भिड़े ईरानी गोलकीपर, स्ट्रेचर पर बाहर ले जाना पड़ा बाहर
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स्पोर्ट्स डेस्कएक मिनट पहले
फुटबॉल वर्ल्ड कप में सोमवार को इंग्लैंड-ईरान मुकाबले के दौरान बड़ी दुर्घटना हुई। ईरानी गोलकीपर अलिर्जा बैरनवंद अपने ही खिलाड़ी से भिड़ने के बाद बुरी तरह चोटिल हो गए। उनकी नाक से खून बहने लगा। इस दौरान कुछ मिनट तक खेल रुका रहा। खून बहने के बाद भी वह मैदान में पट्टी बांधकर खेलते रहे, लेकिन कुछ देर बाद वह मैदान में गिर गए। जिसके चलते उन्हें स्ट्रेचर पर मैदान से बाहर ले जाना पड़ा।
9वें मिनट में बहा खून
इंग्लैंड और ईरान के बीच खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में फीफा वर्ल्ड कप में ग्रुप-बी का मैच खेला गया। मैच शुरू होने के बाद 9वें मिनट में ही ईरान की एक नंबर जर्सी वाले गोलकीपर अलिर्जा बैरनवंद अपनी ही टीम के खिलाड़ी माजिद हुसैनी से भिड़ गए। गोलकीपर इंग्लैंड के राइट विंग से आती फुटबॉल को गोल में जाने से बचाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन साथी खिलाड़ी से टकराने के बाद वह मैदान पर गिर गए।
उनकी नाक से खून बहने लगा। इंजरी के बाद करीब 7 मिनट तक खेल शुरू नहीं हुआ। ईरान की मेडिकल टीम मैदान में आई। टीम ने गोलकीपर को देखा और नाक पर पट्टी बांध दी।
नाक से खून निकलने के बाद ईरान की मेडिकल टीम ने गोलकीपर अलिर्जा बैरनवंद का कनकशन टेस्ट किया।
इंजरी के बाद भी खेलते रहे
फीफा के इंजरी रूल के अनुसार, सिर और मुंह पर सीरियस इंजरी होने पर खिलाड़ी को तुरंत सब्स्टीट्यूट करना पड़ता है, लेकिन पट्टी बंधने के बाद गोलकीपर खड़े हो गए। उन्होंने मेडिकल टीम से कहा कि वह ठीक हैं और मैच खेल सकते हैं। इसके बाद उन्होंने गेम खेलना जारी रखा।
इंजरी के बाद भी गोलकीपर अलिर्जा बैरनवंद ने मैच खेलना जारी रखा। फोटो में गोलकीपर से मैच खेलने के बारे में पूछते ईरान के कप्तान मेहदी तरेमी और मैच रेफरी।
17वें मिनट में हुए सब्स्टीट्यूट
इंजरी के बाद भी गोलकीपर ने खेलना जारी रखा, लेकिन फर्स्ट हाफ के 17वें मिनट में ही वह मैदान पर गिर गए। उनकी जगह सब्स्टीट्यूट गोलकीपर होसेन हुसैनी मैदान में आए। गोलकीपर की इंजरी के चलते फर्स्ट हाफ के एंड में 14 मिनट का इंजरी टाइम जोड़ा गया।
प्लेइंग इलेवन में शामिल बैरनवंद की जगह होसेन हुसैनी सब्स्टीट्यूट गोलकीपर के रूप में मैदान पर उतरे। उन्होंने 24 नंबर की जर्सी पहन रखी थी।
फर्स्ट हाफ में ही 3 गोल पड़े
सब्स्टीट्यूशन के बाद ईरान के लिए गोलकीपिंग करने उतरे होसेन इंग्लिश अटैक के सामने टिक नहीं सके। मैदान में एंट्री के 17 मिनट बाद ही उन्हें पहला गोल पड़ गया। इंग्लैंड के ज्यूड बेलिंघम ने 35वें मिनट में ही गोल दाग दिया। इसके बाद बुकायो साका ने 43वें और रहीम स्टर्लिंग ने फर्स्ट हाफ के इंजरी टाइम में गोल दागे।
सेकेंड हाफ में गोल मारने की कोशिश करते इंग्लैंड के खिलाड़ी जैक ग्रीलिश। ईरान के गोलकीपर इस गोल को सेव नहीं कर सके।
इंग्लैंड 6-2 से जीता
दूसरे हाफ में भी ईरानी गोलकीपर का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। इंग्लिश प्लेयर्स ने इस हाफ में भी 3 गोल दागे। बुकायो साका ने 62वें मिनट, मार्कस रैशफोर्ड ने 71वें और जैक ग्रीलिश ने 90वें मिनट में गोल किए। इस तरह इंग्लैंड ने मैच में कुल 6 गोल दागे। जवाब में ईरान की ओर से भी 2 गोल लगे। ईरान के लिए मेहदी तरेमी ने 65वें मिनट में पहला गोल किया। सेकेंड हाफ के इंजरी टाइम में भी तरेमी ने ही पेनल्टी से गोल दागा।
मैच के दौरान ईरानी प्लेयर्स को छकाते इंग्लैंड के बुकायो साका। साका ने मैच में 2 गोल दागे।
रंगभेद के खिलाफ इंग्लैंड का ‘नी डाउन’
आज का मैच शुरू होने से पहले इंग्लैंड के सभी प्लेयर्स एक साथ अपने घुटनों के बल बैठे नजर आए। इंग्लैंड के प्लेयर्स किक-ऑफ से पहले करीब 3 सेकेंड तक बैठे रहे। दरअसल, इंग्लैंड की टीम इस वर्ल्ड कप में रंगभेद और भेदभाव के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रही है। उसी के तहत सभी प्लेयर्स ने मैच के दौरान सांकेतिक विरोध जताया।
रंगभेद और भेदभाव के विरोध में इंग्लैंड के सभी प्लेयर्स ने किक-ऑफ से पहले ‘नी डाउन’ किया।
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