भारतीय टीम में गुटबाजी के सवाल पर बोले चहल: यह क्लब नहीं, इंडिया की टीम है
बेंगलुरु13 मिनट पहलेलेखक: कृष्ण कुमार पांडेय
4 दिन बाद 17 मार्च से भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज शुरू होने जा रही है। पहला मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। लेग स्पिनर यजुवेंद्र चहल वनडे सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं। 32 साल के इस रिस्ट स्पिनर ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। उन्होंने वर्ल्ड कप की तैयारी, अपनी गेंदबाजी, भारतीय टीम के परफॉर्मेंस और सिलेक्शन पर खुलकर राय साझा की। भारतीय टीम में गुटबाजी की खबरों का खंडन करते हुए चहल ने कहा- सर, यह क्लब की टीम नहीं, इंडिया की टीम है।
पहले ग्राफिक में देखिए चहल का वनडे करियर
आइए पढ़ते हैं भास्कर के सवाल पर यजुवेंद्र चहल के जवाब…
सवाल: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज शुरू होने जा रही है, इस साल वर्ल्ड कप भी है, खुद को कैसे तैयार कर रहे हैं?
चहल: NCA में ट्रेनिंग कर रहा हूं, यहां से सीधे सीरीज के लिए जाऊंगा। वर्ल्ड कप अभी दूर है। उससे पहले IPL और एशिया कप हैं। फिलहाल, फोकस बेहतर ट्रेनिंग पर है। यहां अपनी वैरिएशन पर ही वर्क कर रहा हूं।
सवाल: कंगारुओं के खिलाफ अश्विन, जडेजा और अक्षर ने अच्छा किया। इनकी मौजूदगी में खुद को टीम में कहां देखते हैं?
चहल: अभी हमारे पास ऐश हैं…जड्डू पाजी हैं, अक्षर हैं…कुलदीप हैं…सौरव वर्मा हैं और सौरव कुमार हैं, जो लगातार रणजी ट्रॉफी में अच्छा कर रहे हैं। जयंत यादव भी अच्छा कर रहा है। मैंने चार साल के बाद रणजी ट्रॉफी खेली है। ऐसा नहीं है कि मुझे रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेलना। वेटिंग फॉर माय चांस। फिलहाल मेरा फोकस वाइट बॉल क्रिकेट पर है।
सवाल: आपने इतनी वाइट बॉल क्रिकेट खेली, रणजी भी खेले। क्या आपको लगता है कहीं सुधार की जरूरत है?
चहल: डेफिनेटली, जब भी आप खेलते हैं तो आपको हर दिन इंप्रूव करना होता है। जब भी रणजी ट्रॉफी होता है, तो मैं इंडिया के लिए वाइट बॉल क्रिकेट खेल रहा होता हूं। पिछले 4-5 साल से मैं लगातार इंडिया खेल रहा हूं, इसलिए मुझे रणजी ट्रॉफी खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन जब भी मुझे टाइम मिला है, मैंने रणजी मैच खेले हैं। जहां तक टेस्ट टीम में सिलेक्शन की बात है, वह तो मेरे हाथ में नहीं है, मेरे हाथ में परफॉर्म करना है। जब भी सिलेक्टर्स को लगेगा कि मुझे टेस्ट खेलना चाहिए। तो उम्मीद करता हूं कि खेलूंगा।
सवाल: जब भी टीम को जरूरत रहती है, आप ब्रेक थ्रू दिलाते हैं, उसके बाद भी कुछ क्रिकेट पंडित आपको खर्चीला बॉलर बोलते हैं?
चहल: कई बार हम छोटे ग्राउंड पर खेलते हैं, छोटी बाउंड्रीज होती हैं। मुझे अगर 10, 6, 5 रन ज्यादा देकर विकेट मिलते हैं और मेरी टीम जीत रही है, तो मेरे लिए अच्छा है।
सवाल: क्या यह रणनीति का हिस्सा होता है कि यदि एक-दो छक्के पड़ रहे हैं तो पड़ने दो कैच भी आएगा?
चहल: मैंने करीब 150 मैच खेले हैं, जरूरी नहीं है कि हर मैच में परफॉर्मेंस आए। जब भी ऐसा होता है तो कोच पारस से बात करता हूं, सुधार करता हूं और सीखता हूं।
सवाल: आपके कोच रणधीर सिंह ने भास्कर से कहा था कि ‘चहल टप्पे का पक्का है, चाहे तो सिक्का रखकर उस पर बॉल डाल सकता है।’ बॉलिंग में इतनी एक्यूरेसी कैसे हासिल की?
चहल: करियर के शुरुआती दिनों में सिंगल विकेट प्रैक्टिस खूब की है। NCA में भी काफी सिंगल विकेट करता हूं। रणजी ट्रेनिंग के दौरान भी वही करता हूं। मुझे लगता है इससे काफी फर्क पड़ा और जो मेरी स्ट्रेंथ है, वह मेरी लाइन लेंथ ही है।
सवाल: धोनी, कोहली, रोहित तीनों की कप्तानी में खेल चुके हैं, चहल का फेवरेट कप्तान कौन?
चहल: मेरे लिए तीनों बराबर हैं। मुझे तीनों की कप्तानी में बॉल डालने की फ्रीडम मिली है। तीनों की कप्तानी में एंजॉय किया है। हमेशा अपने हिसाब से फील्ड जमाई है और बॉलिंग की है।
सवाल : टी-20 वर्ल्ड कप में पाक, इंग्लैंड के स्पिनर्स सफल रहे, जबकि टीम इंडिया एक-दो को ही आजमाती रही, आपको भी कुछ मैच खिलाए?
चहल: वह बीत चुका, मुझे नहीं लगता कि उस पर बात करने का कोई फायदा है। जो मैनेजमेंट को अच्छा लगा। उन्होंने वह किया। यदि मैनेजमेंट को लगता है कि ऐश भाई और अक्षर खेलने चाहिए, तो खेलने चाहिए। आप 15 में हो और यह टीम गेम है कोई इंडीविजुअल गेम तो है नहीं। जो प्लेइंग डिसाइड हुई है हमने हमेशा उसे सपोर्ट किया है। अब इन बातों का मतलब नहीं है कि वो खेलता तो ऐसा होता। दूसरा खेलता तो वैसा होता। मुझे लगता है कि हमें आने वाले असाइमेंट पर फोकस करना चाहिए।
सवाल: इस समय रिस्ट स्पिनर्स बहुत डिमांड में हैं। आप तो वन ऑफ द बेस्ट हैं ही, हसरंगा, इमरान ताहिर, शादाब खान, एडम जंपा में किसे सबसे बेहतर मानते हैं?
चहल: सबका अपना क्लास है। सब अच्छे हैं। मैं हाईलाइट्स में सबके वीडियो देखता हूं कि वह किस सिचुएशन में क्या कर रहा है और मैं होता तो क्या करता। मेरे लिए सारे एक समान हैं और मुझे सभी से सीखने को मिलता है।
सवाल : एक समय था कि आप और कुलदीप दोनों एक साथ प्लेइंग-11 में होते थे। अब ऐसा होता कि आप खेल रहे हैं तो कुलदीप बाहर और कुलदीप खेल रहे हैं तो आप बाहर। क्या अब दो रिस्ट स्पिनर एक साथ खेलना संभव नहीं?
चहल : हम साथ में भी खेले हैं एशिया कप 2018 में। कई बार तीनों स्पिनर साथ में भी खेले हैं, कई बार टीम का कॉम्बिनेशन भी देखना पड़ता है और तब 7वें नंबर पर हार्दिक खेलता था और बॉलिंग भी करता था। इस समय जड्डू पाजी हैं और वे काफी अच्छा कर रहे हैं। 2018 के बाद के आंकड़े देखें तो जड्डू पाजी ने बहुत अच्छा किया है। उनकी फील्डिंग और बैटिंग उनका प्लस पॉइंट है। जहां तक कुलदीप और मेरी बात है तो हम जब भी खेलते हैं, जीतने के लिए खेलते हैं, तो टीम को जिताने का पूरा प्रयास करते हैं, क्योंकि हम पहले टीम के लिए खेलते हैं बाद में अपने लिए।
सवाल: अब तक के करियर में सबसे यादगार और सबसे कठिन पल कौन-सा है?
चहल: जब चिन्नास्वामी और मेलबर्न के मैदान पर 6-6 विकेट लिए थे, साउथ अफ्रीका में भी 5 विकेट आए थे…ये सबसे यादगार पल रहे। बुरा तब लगा था जब 2021 टी-20 वर्ल्ड कप के लिए सिलेक्ट नहीं हुआ था।
सवाल: चेतन शर्मा ने कहा है कि भारतीय क्रिकेटर फिटनेस बरकरार रखने के लिए इंजेक्शन लेते हैं और NCA पूरी तरह फिट नहीं होने के बाद भी क्लियरेंस दे देता है, इन पर क्या कहेंगे?
चहल: इसके लिए आप BCCI से बात करिए। वो ही कुछ कह सकते हैं।
सवाल: IPL शुरू होने वाला है। इस बार RR की क्या तैयारी है? क्या पिछले बार के हर्डल्स को पार कर सकेंगे?
चहल: डेफिनेटली, काफी अच्छी टीम है। बैटिंग में गहराई है, बॉलिंग भी अच्छी है। चैंपियन टीम है, पिछली बार हम रनरअप रहे। हमारे काफी अच्छे चांस हैं, हालांकि यह हमारे इस साल के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।
सवाल: अभी आपने सौरव का नाम लिया। पिछले 5 साल में भारतीय टेस्ट टीम में चयनित खिलाड़ियों में रणजी के टॉप परफॉर्मर्स का नाम नहीं है, क्या टीम इंडिया में प्रवेश का कोई और रास्ता तैयार हो गया है?
चहल: आपको यह सवाल सिलेक्टर्स से पूछना चाहिए। हमारा काम है खेलना। जब भी वे सिलेक्ट करेंगे हम खेलेंगे। नहीं तो हम रणजी खेलते रहेंगे। मुझे लगता है कि जो फर्स्ट क्लास में परफॉर्म करता है, वो कही न कहीं खेलता ही है। ऐसा नहीं है, क्योंकि उस समय टीम इंडिया में जो परफॉर्म कर रहा होता है, तो उसकी जगह आप किसी और को नहीं खिला सकते हैं। खेलने तो 11 ही हैं।
सवाल: कई बार बातें उठती हैं कि जिसका कप्तान होता है उसे ज्यादा मौके मिलते हैं, क्या ड्रेसिंग रूम में गुटबाजी चलती हैं, कितनी सच?
चहल: सर, यह क्लब की टीम नहीं है, इंडिया की टीम है।
सवाल: एक सपना जो पूरा न हुआ हो?
चहल: टेस्ट क्रिकेटर बनने का।
अब सवाल-जवाब का टी-20
खाने में क्या पसंद : राजमा-राइस
फेवरेट जगह : मालदीव
फेवरेट एक्ट्रेस : कैटरीना कैफ
फेवरेट विमेंस क्रिकेट : स्मृति मंधाना
फेवरेट मैदान : चिन्नास्वामी
फेवरेट बैटर, जिसे आउट करना पसंद हैं : विराट कोहली
टीम में सबसे ज्यादा मस्ती : ईशान, गिल, कुलदीप।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.