भास्कर एक्सप्लेनर: इंग्लैंड की क्रिकेट लीग ‘द हंड्रेड’ IPL से कितनी अलग, 21 जुलाई से आगाज, आज वाइल्ड कार्ड ड्राफ्ट से चुने जाएंगे खिलाड़ी
नई दिल्ली28 मिनट पहले
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इंग्लैंड में 21 जुलाई से फ्रेंचाइजी बेस्ड क्रिकेट लीग ‘द हंड्रेड’ का आगाज हो रहा है। यह लीग पुरुष और महिला दोनों वर्गों में खेली जाएगी। शुक्रवार को खिलाड़ियों के आखिरी सिलेक्शन प्रोसेस- वाइल्ड कार्ड ड्राफ्ट का आयोजन होगा। वाइल्ड कार्ड ड्राफ्ट के जरिए टीमें इंग्लैंड के घरेलू खिलाड़ियों का चयन करेंगी। अन्य खिलाड़ी पहले ही चुने जा चुके हैं। यह लीग पुरुष और महिला दोनों कैटेगरी में खेली जाएगी। यानी सभी फ्रेंचाइजी की पुरुष और महिला टीम होगी। शुक्रवार को होने वाला वाइल्ड कार्ड ड्राफ्ट सिर्फ पुरुष लीग के लिए आयोजित होगा।
इस एक्सप्लेनर में हम जानेंगे कि पहले जो खिलाड़ी चुने गए, उनका सिलेक्शन किस प्रक्रिया से हुआ। यह भी जानेंगे कि टूर्नामेंट का फॉर्मेट क्या है और यह लीग इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) से किस तरह और कितनी अलग है।
एक पारी में 100 गेंद इसलिए नाम द हंड्रेड
- इस लीग का नाम द हंड्रेड इसलिए पड़ा है क्योंकि हर मैच में एक पारी में 100 गेंदें होंगी।
- आम क्रिकेट मैचों में 6 गेंदों का ओवर होता और इसके बाद गेंदबाजी का छोर बदला जाता है, लेकिन द हंड्रेड में 10 गेंदों के बाद छोर बदला जाएगा।
- गेंदबाजी टीम चाहे तो एक छोर से लगातार 10 गेंद एक ही गेंदबाज से कराए या 5-5 गेंद दो गेंदबाजों से कराए।
- एक गेंदबाज मैच में अधिकतम 20 गेंद ही डाल सकता है।
- पारी की शुरुआत में 25 गेंदों तक पावरप्ले लागू होगा। इसमें सिर्फ दो फील्डर 30 गज से बाहर रहेंगे।
- हर टीम को 2.5 मिनट का स्ट्रैटजिक टाइम आउट मिलेगा।
8 टीमें, हर टीम में 15-15 खिलाड़ी
द हंड्रेड में पुरुष और महिला दोनों कैटेगरी में 8-8 टीमें हिस्सा ले रही हैं। हर टीम में 15 खिलाड़ी शामिल होंगे। एक टीम में 3 विदेशी खिलाड़ी हो सकते हैं। हर टीम में ECB से कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर चुके कम से कम एक टेस्ट खिलाड़ी का शामिल होना जरूरी है।
2 घंटे, 30 मिनट में खत्म होगा एक मैच
एक मैच 2 घंटे, 30 मिनट तक चलेगा। मैच के दौरान दोनों पारियों में गेंदबाजी टीम को ढाई मिनट का स्ट्रैटजिक टाइम आउट मिलेगा। इस दौरान टीमें रणनीति बना सकेंगी। टाइम आउट के दौरान कोच मैदान पर आकर टीम के साथ रणनीति पर चर्चा कर सकेंगे।
ड्राफ्ट सिस्टम से पुरुष खिलाड़ियों का चयन
द हड्रेंड के लिए पुरुष खिलाड़ियों का चयन 3 स्टेज के ड्राफ्ट सिस्टम से हुआ है। पहले स्टेज में इंग्लैंड के लिए टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ियों को ड्राफ्ट किया गया। ड्रॉ के आधार पर टीमों के खिलाड़ी चुनने का क्रम हुआ। ECB की ओर से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाए खिलाड़ियों की सैलरी उनके कॉन्ट्रैक्ट में ही शामिल है। उन्हें फ्रेंचाइजी अलग से कोई रकम नहीं देगी। रेड बॉल क्रिकेटरों को मैच फीस दी जाएगी। जितने दिन द हंड्रेड का आयोजन होगा, उतने दिन इंग्लैंड की टीम कोई वनडे या टी-20 मैच नहीं खेलेगी। लिहाजा व्हाइट बॉल मैचों के लिए कॉन्ट्रैक्ट पाए हुए खिलाड़ियों को मैच फीस भी अलग से नहीं मिलेगी।
दूसरे स्टेज में अलग-अलग प्राइस बैंड पर ड्राफ्ट
ड्राफ्ट के दूसरे स्टेज में विदेशी खिलाड़ियों को अलग-अलग प्राइस बैंड पर ड्राफ्ट किया गया। खिलाड़ियों के पास खुद प्राइस बैंड चुनने की आजादी थी। ये प्राइस बैंड 1 लाख पाउंड (1.02 करोड़ रुपए), 80 हजार पाउंड (82.27 लाख रुपए), 60 हजार पाउंड (61.70 लाख रुपए), 48 हजार पाउंड (49.37 लाख रुपए), 40 हजार पाउंड (41.14 लाख रुपए), 32 हजार पाउंड (32.91 लाख रुपए) और 24 हजार पाउंड (24.68 लाख रुपए) की थी। ड्राफ्ट में खिलाड़ियों की बोली नहीं लगाई जाती है। उदाहरण के तौर पर अगर किसी खिलाड़ी ने 1 लाख पाउंड के लिए खुद को रजिस्टर कराया और उसे किसी टीम ने चुना तो खिलाड़ी को 1 लाख पाउंड मिलेंगे।
वाइल्ड कार्ड ड्राफ्ट में मिलेंगे 24 हजार पाउंड
बुधवार को होने वाले वाइल्ड कार्ड ड्राफ्ट में इंग्लैंड के वैसे खिलाड़ी चुने जाएंगे जिन्हें पहले कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला है। इन्हें सबसे निचली प्राइस बैंड (24 हजार पाउंड) की रकम मिलेगी।
पिछले साल की तुलना में 20% की कटौती
ECB द हंड्रेड का पहली बार आयोजन 2020 में ही कराने वाला था। इसके लिए खिलाड़ियों के ड्राफ्ट की प्रक्रिया भी पूरी हो गई थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण लीग को एक साल के लिए टाल दिया गया। पिछले साल टॉप प्राइस बैंड 1.25 लाख पाउंड का था। हर अनुबंधित खिलाड़ी को टूर्नामेंट न होने के बावजूद कुल राशि का 11.5% रकम का भुगतान किया गया। इस बार महामारी के असर के कारण हर प्राइस बैंड में 20% की कटौती की गई है।
महिला खिलाड़ियों को अधिकतम 15 हजार पाउंड
पुरुष खिलाड़ियों की तुलना में महिला खिलाड़ियों को काफी कम कॉन्ट्रैक्ट राशि दी जा रही है। साथ ही इनकी चयन प्रक्रिया भी अलग रही। महिला खिलाड़ियों को 15, 12, 9, 7.2, 6, 4.8 और 3.6 हजार पाउंड प्राइस बैंड के तहत कॉन्ट्रैक्ट दिए गए हैं। महिला खिलाड़ियों से सीधे संपर्क कर अनुबंध किया गया है।
द हंड्रेड Vs IPL
- दोनों टूर्नामेंट की पुरुष लीग में 8-8 टीमें
- द हंड्रेड की महिला लीग में भी 8 टीमें मौजूद, IPL में 3 महिला टीमों का एक मिनी टूर्नामेंट होता है।
- IPL में एक सीजन में 60 मैच, द हंड्रेड की एक लीग में 32 मैच
- IPL खिलाड़ियों का सिलेक्शन नीलामी प्रक्रिया के जरिए होता है। द हंड्रेड में इसके लिए ड्राफ्ट सिस्टम है।
- IPL में एक टीम सैलरी पर एक सीजन में 85 करोड़ रुपए खर्च कर सकती है। द हंड्रेड में फ्रेंचाइजी पुरुष खिलाड़ियों की सैलरी पर 10 लाख पाउंड (करीब 10.27 करोड़ रुपए) खर्च कर सकती है।
- IPL के सबसे महंगे खिलाड़ी विराट कोहली हैं। उन्हें सालाना 17 करोड़ रुपए मिलते हैं। द हंड्रेड में एक खिलाड़ी की अधिकतम सैलरी 1 लाख पाउंड (करीब 1.02 करोड़ रुपए) है। 10 विदेशी खिलाड़ियों को यह रकम दी जा रही है।
- IPL में टी-20 मुकाबले होते हैं। द हंड्रेड में 100-100 गेंदों का मुकाबला होगा।
द हंड्रेड में 1 लाख पाउंड पाने वाले खिलाड़ी
शाकिब अल हसन (बांग्लादेश), बाबर आजम (पाकिस्तान), क्विंटन डिकॉक (साउथ अफ्रीका), लॉकी फर्ग्यूसन (न्यूजीलैंड), जेसन होल्डर (वेस्टइंडीज), तमीम इकबाल (बांग्लादेश), कीरोन पोलार्ड (वेस्टइंडीज), निकोलस पूरन (वेस्टइंडीज), कगिसो रबाडा (साउथ अफ्रीका), डेविड वार्नर (ऑस्ट्रेलिया)
नोटः डेविड वार्नर ने टूर्नामेंट से हटने का फैसला कर लिया है।
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