9 मिनट पहले
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साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में विराट कोहली एक बार फिर बाहर जाती हुई गेंद पर स्लिप में कैच देकर आउट हो गए। इस साल वह 9वीं बार विदेशी पिच पर इस तरह से आउट हुए हैं। टीम इंडिया के पूर्व बैटिंग कोच संजय बांगर ने बताया कि कोहली क्यों लगातार फेल हो रहे हैं। उनसे पहले सुनील गावस्कर भी कोहली के फुट वर्क में कमी को उजागर कर चुके हैं।
एनगिडी ने जाल में फंसाया
कोहली ने 94 गेंद का सामना कर 35 रन बनाए। उन्होंने लुंगी एनगिडी की बाहर जाती गेंद पर बल्ला चलाया और गेंद बल्ले का किनारा लेकर सेकेंड स्लिप के फील्डर के पास चली गई और वे आउट हो गए। एनगिडी ने 67वें ओवर में कोहली को गेंदबाजी की। तीसरी गेंद उन्होंने बाहर फेंकी, जिसे कोहली ने छोड़ दिया। वहीं चौथी गेंद भी उन्होंने उसी तरह फेंकी, जिसे कोहली फिर छोड़ दिया। पांचवीं गेंद उन्होंने अंदर की तरफ की और छठी गेंद एक बार फिर बाहर की ओर फेंकी, जिसे कोहली ने छोड़ दिया।
इसके बाद एनगिडी 69 ओवर में एक बार फिर गेंदबाजी करने आए। उन्होंने पहली गेंद बाहर की तरफ फेंकी, जो डॉट रही। फिर दूसरी गेंद भी एनगिडी ने बाहर की ओर की, इस बार कोहली के बल्ले का बाहरी किनारा लग गया और वो स्लिप में कैच दे बैठे।
साउथ अफ्रीका दौरे से पहले 8 बार बाहर जाती गेंद पर हुए हैं आउट
कोहली साउथ अफ्रीका से पहले इस साल 8 बार ऑफ स्टंप पर आउट हुए हैं। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरी पारी में काइल जैमीसन की स्टंप से बहुत बाहर जाती गेंद को बैक फुट से मारने के प्रयास में वो विकेटकीपर को कैच दे बैठे थे। वहीं इस साल इंग्लैंड दौरे पर नॉटिंघम में खेले गए पहले मैच की पहली पारी में कोहली जेम्स एंडरसन की बाहर जाती हुई गेंद को मारने की कोशिश में विकेटकीपर जोस बटलर को कैच दे बैठे थे।
लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट में भी कोहली पहली पारी में ओली रॉबिन्सन की बाहर जाती हुई गेंद पर स्लिप में खड़े जो रूट को कैच देकर आउट हो गए थे। वहीं दूसरी पारी में विराट ने वही गलती फिर दोहराई और सैम कुरेन की बाहर जाती गेंद पर विकेटकीपर बटलर को कैच देकर पवेलियन लौट गए।
वहीं लीड्स में खेले तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में भी हाफ सेंचुरी बनाने के बाद रॉबिन्सन की बाहर जाती गेंद को खेलने की कोशिश में पहली स्लिप में खड़े जो रूट को कैच दे दिया। ओवल में खेले गए चौथे टेस्ट की दोनों पारियों में भी कोहली बाहर जाती हुई गेंद पर कैच देकर आउट हुए। पहली पारी में रॉबिन्सन की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए। दूसरी पारी में मोइन अली की बाहर जाती गेंद पर स्लिप में कैच दे बैठे।
कोहली फ्रंट फुट पर स्कोर का माइंडसेट लेकर खेल रहे
बांगर ने कहा कि कोहली काफी आत्मविश्वास से भरे नजर आ रहे थे और अच्छा खेल रहे थे। उम्मीद थी कि वह इतने देर क्रीज पर रहने के बाद बड़ा स्कोर करेंगे, लेकिन उन्होंने वही गलती की, जो पिछले समय से करते आ रहे हैं। बांगर ने एक स्पोर्ट्स चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि भारतीय कप्तान को फ्रंट फुट पर खेलना ज्यादा पसंद हैं। वह आगे बढ़कर खेलते हैं और अपने पिछले पैर का इस्तेमाल नहीं करते हैं।
सीमिंग कंडीशन और तेज अटैक के सामने केवल फ्रंटफुट पर भरोसा नहीं कर सकते
बांगर ने कहा कि अफ्रीकी पिच पर केवल फ्रंट फुट पर निर्भर नहीं रह सकते हैं। कोहली को बैकफुट पर जाकर खेलने की जरूरत है। अगर वो ऐसा करेंगे तो बड़ा स्कोर बनाने में सफल होंगे।
बैक फुट कमजोर होने की वजह से गेंदबाज बाहर करते हैं गेंद
उन्होंने आगे कहा कि अगर आप फ्रंट फुट पर खेलते हैं, तो गेंदबाज आपको बाहर की तरफ खिलाना ज्यादा पसंद करता है और गेंद बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर या स्लिप में चली जाती है। ऐसे में बल्लेबाज को अपना विकेट गंवाना पड़ता है। कोहली को साउथ अफ्रीका में पहली पारी में पेशेंस दिखाने की जरूरत थी। उनकी अपेक्षा राहुल ने काफी धैर्य से खेला और बड़ा स्कोर करने में कामयाब हुए।
कोहली 2019 से नहीं बना सके हैं शतक
विराट कोहली ने आखिरी बार 2019 में कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच में शतक जमाया था। तब से अब तक करीब 2 साल हो चुके हैं, लेकिन उनके बल्ले से शतक नहीं निकला है।
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