पानीपत30 मिनट पहले
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कोच मोराड गेड्रोव।
- मोराड गेड्रोव को लगा कि रेफरी का फैसला सही नहीं था
टोक्यो ओलिंपिक के सेमीफाइनल तक पहुंचे झज्जर के पहलवान दीपक पूनिया के निजी कोच ने ओलिंपिक के दौरान अपनी हरकत से भारतीय दल को शर्मसार स्थिति में पहुंचा दिया। कोच मोराड गेड्रोव पर आरोप है कि मुकाबले में दीपक की हार के बाद रेफरी रूम में जाकर हमला कर दिया। इसके बाद उन्हें ओलिंपिक से बाहर कर दिया गया है। गेड्रोव खुद बीजिंग ओलिंपिक में 74 किलोग्राम वेट कैटेगरी में सिल्वर मेडल विजेता हैं।
गेड्रोव पर रेफरी पर हमला करने की शिकायत यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने पहले इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी व भारतीय कुश्ती संघ से की। कुश्ती संघ की ओर से पहले उन्हें चेतावनी दी गई, लेकिन जब यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने गेड्रोव के खिलाफ की गई कार्रवाई रिपोर्ट मांगी तो बताया गया कि टर्मिनेट कर दिया है। गेड्रोव को तुरंत खेल गांव छोड़ने के लिए कहा गया है। भारतीय दल ने फैसले के खिलाफ अपील की जो उनके खिलाफ गई। गेड्रोव को लगा था कि रेफरी का फैसला सही नहीं था।
अपने गुस्से के चलते पहले भी निलंबित हो चुके हैं गेड्रोव
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गेड्रोव अपने गुस्से के लिए खासे चर्चित रहे हैं। बताया गया है कि 2004 में हुए एथेंस ओलिंपिक के दौरान डिसक्वालिफाई कर दिया गया था। तब उन्होंने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार के बाद अपने विपक्षी खिलाड़ी पर हमला किया था।
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