वर्ल्ड कप में भारत Vs पाकिस्तान: 15 साल में UAE में एक भी टी-20 नहीं खेली टीम इंडिया, पाकिस्तान ने पिछले 5 साल में यहां सभी 11 मैच जीते
नई दिल्ली2 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
17 अक्टूबर से शुरू हो रहे टी-20 वर्ल्ड कप में भारत अपने अभियान की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ करेगा। यह हाईवोल्टेज मैच 24 अक्टूबर को दुबई में खेला जाएगा। पाकिस्तानी टीम वर्ल्ड कप में भारत को कभी हरा नहीं सकी है। दोनों टीमें टी-20 वर्ल्ड कप में 5 बार आमने-सामने आ चुकी हैं। इन सभी में भारत ने पाकिस्तान को हराया है।
हालांकि इस बार वर्ल्ड कप UAE में हो रहा है। टीम इंडिया पिछले 15 साल में इस देश में एक भी टी-20 नहीं खेली है। जबकि पाकिस्तान यहां 36 मुकाबले खेल चुका है। इसमें से टीम ने 21 मैच जीते और 13 मुकाबलों में हार मिली। पिछले 5 साल में UAE में पाकिस्तान का रिकॉर्ड शानदार रहा है। उसने 11 में से 11 मुकाबले जीतें हैं।
दुबई में पाकिस्तान का शानदार रिकॉर्ड
दुबई में पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड शानदार है। टीम ने दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट ग्राउंड पर सबसे ज्यादा मैच जीते हैं। पाकिस्तान ने इस स्टेडियम में 25 मैच खेले हैं। इसमें से 14 मैचों में टीम ने जीत हासिल की, जबकि 10 मैचों में हार मिली। वहीं भारतीय टीम दुबई में एक भी टी-20 इंटरनेशनल मैच नहीं खेली है। हालांकि इंडियन प्लेयर्स को IPL के जरिए यहां की पिच का अनुभव है।
पाकिस्तान दुबई में पिछले 5 साल में नहीं हारा
पाकिस्तान टीम ने पिछले 5 साल में दुबई में एक भी टी-20 मैच नहीं गंवाया है। टीम ने वहां 6 मैच खेले और सभी मैच जीते हैं। ओवरऑल टी-20 की बात करें, तो भारत और पाकिस्तान ने 8 मैच खेले हैं। इसमें टीम इंडिया ने 7 और पाकिस्तान ने 1 मैच जीता। 1 मैच भारत ने टाई के बाद बॉल आउट में जीता था।
पाकिस्तान के लिए पिछला कुछ समय शानदार रहा
पाकिस्तान टीम की बात करें तो बाबर आजम की कप्तानी में टीम ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। टीम ने साउथ अफ्रीका को उनके घर में टी-20 सीरीज में हराया। इसके बाद टीम इंग्लैंड में 2-1 से सीरीज हार गई। हालांकि मुकाबले काफी करीबी रहे थे। इसके बाद वर्ल्ड चैंपियन वेस्टइंडीज को 4 मैचों की टी-20 सीरीज में 1-0 से शिकस्त दी।
टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण
टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का बेहतरीन मिश्रण है। बाबर आजम के अलावा फखर जमान, मोहम्मद हफीज, शादाब खान, सरफराज अहमद और हसन अली के रूप में अनुभवी खिलाड़ी हैं। वहीं शाहीन अफरीदी, मोहम्मद हसनैन, मोहम्मद रिजवी, उस्मान कादिर और मोहम्मद नवाज के रूप में कुछ बेहतरीन युवा खिलाड़ी हैं। टीम बैलेंस्ड है और टीम इंडिया को टक्कर दे सकती है।
टीम इंडिया की बैटिंग लाइन अप काफी मजबूत
वहीं टीम इंडिया की बात करें तो IPL की वजह से घरेलू क्रिकेट से टीम को कुछ बेहतरीन युवा क्रिकेटर्स मिले हैं, जो अपने दम पर मैच पलटने का माद्दा रखते हैं। बैटिंग में रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, विराट कोहली, पंत, हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव जैसे धुरंधर मौजूद हैं, जिन्हें काफी एक्सपीरियंस है। ये खिलाड़ी मैच के हिसाब से कभी अपना गियर बदल सकते हैं।
टीम इंडिया की बॉलिंग लाइन अप अब सबसे मजबूत
पिछले कुछ सालों में टीम इंडिया की बॉलिंग लाइन अप दुनिया के बेस्ट बॉलिंग लाइन अप में से एक रही है। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार के रूप में टीम के पास तीन अनुभवी पेस बॉलर्स हैं। जबकि स्पिन की कमान रवींद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल, राहुल चाहर, कुलदीप यादव और क्रुणाल पंड्या जैसे खिलाड़ी संभालेंगे। ऐसे में पाकिस्तान के लिए इस टीम को हराने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ सकता है।
क्या इस बार भी मुकाबला पाकिस्तान की बॉलिंग और भारत की बैटिंग का होगा?
बीते 2 दशकों में जब-जब पाकिस्तान और भारत मैदान में एक-दूसरे के सामने उतरे हैं तब-तब पूर्व क्रिकेटरों ने इसे पाकिस्तान की बॉलिंग और भारत की बैटिंग के बीच मुकाबला बताया है। हालांकि, ऐसा कम ही बार देखने को मिला और ज्यादातर मुकाबले एकतरफा रहे। 2007 टी-20 वर्ल्ड कप के दोनों मैच और 2016 वर्ल्ड कप के मैच में दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली थी।
शादाब के अलावा पाकिस्तान टीम में कोई वर्ल्ड क्लास स्पिनर नहीं
हालांकि मौजूदा आंकड़े ये जरूर बताते हैं कि भारत की बॉलिंग अब दुनिया में बेहतरीन बॉलिंग लाइन अप में से एक है। वहीं पाकिस्तान के पास शादाब के अलावा कोई भी वर्ल्ड क्लास स्पिनर नहीं है। इसकी कमी भी उन्हें खल सकती है। दुबई की सपाट पिच पर भारत की धाकड़ बैटिंग लाइन अप के सामने पाकिस्तानी गेंदबाजों को जूझना पड़ सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान की गेंदबाजी उतनी मजबूत नहीं रही जितनी 90 के दशक में हुआ करती थी।
मैच प्रेशर की वजह से नहीं जीता पाकिस्तान
वर्ल्ड कप में पाकिस्तानी टीम की हार का मुख्य कारण मैच प्रेशर रहा है। भारत के खिलाफ वर्ल्ड कप का मैच एक मनोवैज्ञानिक दबाव है। इसे पाकिस्तानी खिलाड़ी नहीं झेल पाते हैं और चोक कर जाते हैं। हालांकि युवा खिलाड़ी इस टीम में नई जोश भरने का माद्दा रखते हैं। 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में पाकिस्तानी टीम की बैटिंग शानदार रही थी और दबाव से पार पा कर मैच भी जीता था।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.