विराट को नहीं खराब फॉर्म का अफसोस: बोले- मैं अपनी जिंदगी के सबसे खुशनुमा दौर में, खराब प्रदर्शन से कम नहीं होती मेरी अहमियत
मुंबई25 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
पिछले 30 महीनों से क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में कोई सेंचुरी नहीं लगा सके विराट कोहली ने कहा है कि वे अपनी जिंदगी के सबसे खुशनुमा दौर में है और जीवन में आगे बढ़ने का आनंद ले रहे हैं। विराट का ये बयान ऐसे समय में आया है जब IPL 2022 में भी उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन न रहने के कारण उनके फैंस काफी निराश हैं। इस सीजन के 13 मैचों में विराट ने 19.67 के साधारण औसत से 236 रन बनाए हैं। विराट की खराब फॉर्म का खामियाजा आरसीबी को भी भुगतना पड़ा है और टीम प्लेऑफ से बाहर होने की कगार पर पहुंच गई है।
सोमवार को गुजरात टाइटंस के खिलाफ IPL-15 के अपने आखिरी लीग मैच से पहले आरसीबी के पूर्व कप्तान ने अपनी खराब फॉर्म और सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में RCB से जुड़ने पर खुलकर बात की। इस दौरान कोहली अपनी क्रिकेट में चल रहे अपने मौजूदा दौर को लेकर काफी कम्फर्टेबल नजर आए।
कोहली ने कहा- मेरे लिए चीजों को अनुभव करना और सीखना सबसे ज्यादा कीमती है। ऐसे बुरे दौर आते-जाते रहते हैं। मेरे लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण एक इंसान के रूप में अपनी कद्र करना है। इस मुश्किल दौर में ये चीज मैं पहले से ज्यादा कर पा रहा हूं। इसलिए ये मेरी जिंदगी का सबसे खुशनुमा दौर है।
क्रिकेट में जो कुछ भी होता है, इससे मेरी सेल्फ वर्थ कम नहीं होती
विराट कोहली के खराब फॉर्म को देखते हुए फैंस को आगामी T-20 वर्ल्ड कप की चिंता अभी से सता रही है पर विराट इसे एक समस्या नहीं मानते।
विराट कोहली ने क्रिकेट में अपनी खराब फॉर्म के बारे में कहा कि मैदान पर जैसा भी मेरा प्रदर्शन रहे, मैं उससे अपनी अहमियत नहीं आंकता, उससे मेरी सेल्फ वर्थ कम नहीं हो जाती। अब मैं इन सब चीजों से ऊपर उठ चुका हूं। मेरा काम सिर्फ खेलना है और वो हमेशा मैं पूरे जुनून से करता हूं। जिंदगी में आप कुछ ही चीजें कंट्रोल कर सकते हैं और उसपर मैं पूरी मेहनत भी करता हूं। जिस दिन मुझे लगेगा कि मेरा खेलने का जुनून कम हो रहा है, मैं क्रिकेट छोड़ दूंगा।
विराट ने आगे कहा- क्रिकेट के मैदान पर मेरा इंडिविजुअल प्रदर्शन कैसा रहता है इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरा ध्यान सिर्फ इस बात पर रहता है कि क्या मैं अपनी टीम की जीत में योगदान दे पा रहा हूं। अगर ऐसा नहीं होता तो मुझे निराशा होती है।
विराट कोहली IPL के मौजूदा सीजन में सिर्फ एक अर्धशतक लगा सके हैं।
फाफ से मेरी बॉन्डिंग अच्छी, कप्तान वो है पर मुझे भी मिली हुई है फील्ड एडजस्ट करने की छूट
आठ साल आरसीबी की कप्तानी करने के बाद खिलाड़ी के रूप में आरसीबी से जुडने के बारे में विराट ने कहा कि कप्तान के रूप में न खेलना थोड़ा अलग है पर मुश्किल नहीं हैं।
विराट का कहना था- फाफ से मेरी बॉन्डिंग हमेशा अच्छी रही है। भले ही कप्तान फाफ है, पर टीम में हमारा एक लीडरशिप ग्रुप है जिसमें हम अपनी-अपनी राय देते रहते हैं। फाफ ने मुझे इस चीज की छूट दे रखी है कि मैदान पर मैं जरूरत के हिसाब से फील्ड एडजस्ट कर सकता हूं। यही चीज जब मैं और धोनी इंडिया टीम में खेलते थे, तब होती थी। मुझे अच्छा लगता है जब टीम मेरी तरफ एक जिम्मेदार खिलाड़ी के रूप में देखती है और मैं टीम के लिए योगदान दे पाता हूं।
विराट इंटरनेशल क्रिकेट में नवंबर 2019 से कोई शतक नहीं लगा सके हैं।
IPL में आरसीबी का आज आखिरी लीग मैच
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का आज IPL-15 में आखिरी लीग मैच शीर्ष पर चल रही गुजरात टाइटंस के खिलाफ है। फिलहाल आरसीबी 13 मैचों में 14 अंकों के साथ पॉइंट्स टेबल में पांचवे नंबर पर है। नेगेटिव रन रेट आरसीबी के लिए बड़ी चिंता का विषय है। अगर आरसीबी आज का मैच हार जाती है तो प्लेऑफ का उसका रास्ता काफी मुश्किल हो जाएगा।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.