हॉकी इंडिया सीनियर वीमेंस नेशनल चैंपियनशिप: कोच ने सिर्फ 20 दिन की कोचिंग में दिला दिया ओडिशा को पहला खिताब
भोपाल6 मिनट पहले
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भोपाल में आयोजित 12वीं हॉकी इंडिया सीनियर वीमेंस नेशनल चैंपियनशिप के फाइनल में ओडिशा ने कर्नाटक को 2-0 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। ओडिशा और कर्नाटक दोनों ही टीमें पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी। बड़ी बात ये है कि ओडिशा के कोच एडगर मास्करेनहास ने टूर्नामेंट से 20 दिन पहले ही कोच के रूप में टीम से जुड़े थे।
हाफटाइम तक एक भी गोल नहीं कर सकी थी दोनों ही टीमें
मंगलवार शाम खेले गए ओडिशा-कर्नाटक फाइनल मुकाबले की शुरुआत धीमी रही और हाफटाइम तक दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकीं। हालांकि, इस दौरान दोनों टीमों ने गोल करने के मौके तो बनाए पर दोनों ही फाइनलिस्ट टीमों का डिफेंस काफी मजबूत नजर आया।
मैच के शुरुआती क्षणों में दोनों टीमों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला।
मैच के तीसरे क्वार्टर में ओडिशा की अनुभवी खिलाड़ी पूनम बरला ने कर्नाटक के गोलकीपर को छकाते हुए 34वें मिनट में गोल दाग दिया। तीसरे क्वार्टर में गोल खाने के बाद कर्नाटक की टीम अंत तक ओडिशा से बराबरी करने में नाकाम रही। मैच के आखिरी क्षण 59वें मिनट में ओडिशा की आशिम कंचन बरला ने दबाव में चल रही कर्नाटक की टीम पर एक और गोल दागकर उनकी उम्मीदों को पूरी तरह धराशाई कर दिया।
ओडिशा की टीम में तीन ऐसी खिलाड़ी जो इंडिया के लिए खेल चुकी, टीम को मिला अनुभव का फायदा
ओडिशा की जीत के बाद टीम के कोच एडगर मास्करेनहास ने कहा- हमनें कर्नाटक की टीम को हल्के में नहीं लिया। भले ही हमनें कुछ मौके गंवाए पर अधिकतर समय तक गेंद हमारे पजेशन में रही और यही हमारा गेम प्लान भी था। तीसरे क्वार्टर में गोल कर हमारी टीम ने उन्हें दबाव में ला दिया और यहीं से खेल हमारे पक्ष में झुक गया।
एडगर ने अपनी टीम की जीत में सीनियर प्लेयर्स सुनीता लाकड़ा, लिलीमा मिंज और पूनम बरला का अहम योगदान बताया। ये तीनों ही प्लेयर्स इंडिया के लिए हॉकी खेल चुकी हैं। एडगर ने कहा- सीनियर प्लेयर्स ने टीम को जिस तरह से बांधे रखा वो तारीफ करने लायक है।
कोच को टीम तैयार करने के लिए मिले थे सिर्फ 20 दिन
ओडिशा के कोच एडगर मास्करेनहास ने भास्कर से बातचीत में बताया कि वे टूर्नामेंट से 20 दिन पहले ही ओडिशा की टीम से जुड़े थे। इससे पहले वो एयर इंडिया और मुंबई टीम के साथ रह चुके हैं। 20 दिनों में टीम में कोई खास बदलाव करने के सवाल पर एडगर ने कहा- टूर्नामेंट में आने से पहले हमनें काफी प्रैक्टिस की थी और हम एक पॉजिटिव माइंडसेट के साथ यहां आए थे। ओडिशा की गर्मी में दिन में दो बार प्रैक्टिस करना काफी मुश्किल था पर यही चीज भोपाल की गर्मी में हमारे काम आई।
झारखंड की टीम तीसरे स्थान पर रही
प्रतियोगिता में तीसरे स्थान के लिए खेले गए दिन के एक अन्य मैच में हरियाणा ने झारखंड को 3-2 से हरा दिया। इससे पहले झारखंड की टीम सेमीफाइनल में ओडिशा और हरियाणा की टीम कर्नाटक से हार गई थी।
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