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नई दिल्ली6 मिनट पहले
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राइजिंग स्टार आर. प्रज्ञानानंद ने दुनिया के सबसे कठिन चेस टूर्नामेंट में से एक नार्वे ओपन जीत लिया है। 16 साल के इस भारतीय खिलाड़ी इस ए ग्रेड टूर्नामेंट के नौ राउंड में से 7.5 अंक अर्जित करते हुए पहला स्थान हासिल किया है।
टॉप सीड प्रज्ञानानंद ने आखिरी राउंड में इंटरनेशनल मास्टर वी. प्रणीत को हराया। वे इस पूरे टूर्नामेंट में अविजित रहे हैं।
वे चेस ओलिंपियाड के लिए भारतीय बी टीम के शिविर में हिस्सा लेने के लिए स्वदेश लौट रहे हैं। चेस ओलिंपियाड के इस सीजन की मेजबानी भारत ही कर रहा है। टूर्नामेंट अपने 98 साल के इतिहास में पहली बार भारत में हो रहा है। इसका आयोजन अगले माह चेन्नई में होने जा रहा है। इसे चेस का ओलिंपिक भी कहा जाता है।
ऐसा रहा अभियान
प्रज्ञानानंद ने आठवें दौर में विक्टर मिखालेवस्की को, छठवें में वितेली कुनेन, चौथे में यारोव मुखांमदजोखिद को, दूसरे में सेमेन मुतुसोव और पहले में मैथियस उन्नेलैंड को हराया था। तीसरे, पांचवें और सातवें दौर के मुकाबले ड्रॉ रहे थे।
वर्ल्ड चैंपियन को दो बार हराया
प्रज्ञानानंद पिछले माह आयोजित एक ऑनलाइन टूर्नामेंट में मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन को दो बार मात दे चुके हैं। उन्होंने 2018 में 12 साल की उम्र में ग्रैंड मास्टर का टाइटल हासिल कर लिया था। वे यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे।
विश्वनाथन आनंद तीसरे नंबर पर रहे
पूर्व वर्ल्ड चैंपियन और भारत के दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद तीसरे स्थान पर रहे। नौ राउंड के बाद उनके 14.5 अंक थे। आखिरी राउंड में आनंद ने तारी को हराया।
जीत के बाद वर्ल्ड चैंपियन मेग्नस कार्लसन
कार्लसन ने 10वीं बार खिताब जीता, 4 बार लगातार चैंपियन बने
नार्वे के वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कॉर्लसन ने लगातार चौथी बार नार्वे ओपन का खिताब जीता। वे ओवरऑल 10वीं बार इस टूर्नामेंट चैंपियन बने हैं। उनके नाम 16.5 अंक हैं।
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