16 साल के प्रज्ञानानंद ने वर्ल्ड नंबर-10 गिरि को चौकाया: चेसेबल मास्टर्स के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय, अब डिंग से सामना
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चेन्नईकुछ ही क्षण पहले
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भारत के युवा ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने कमाल कर दिया है। वे शतरंज के बड़े-बड़े दिग्गजों को मात देते हुए चेसेबल मास्टर्स फाइनल में पहुंच गए हैं। जहां उनका सामना वर्ल्ड नंबर-2 चीन के डिंग लिरेन से होगा। प्रज्ञानानंद चेसेबल मास्टर्स के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।
डच ग्रैंडमास्टर्स अनिश गिरि को मात दी
महज 12 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर का टाइटल हासिल करने वाले प्रज्ञानानंद ने अपने से हाई रेटिंग वाले डच ग्रैंडमास्टर अनीश गिरि को सेमीफाइनल मुकाबले में टाई ब्रेकर में 3.5-2.5 से हराया। इससे पहले चार गेम का मुकाबला 2-2 की बराबरी पर रहा था।
वर्ल्ड चैंपियन कार्लसन को हराया था
प्रज्ञानानंद ने इस प्रतियोगिता के 5वें दौर में विश्व चैंपियन मैगनस कार्लसन को हराया था। यह दूसरा मौका था, जब उन्होंने विश्व चैंपियन को पराजित किया था। इससे 90 दिन पहले फरवरी के महीने में उन्होंने एयरथिंग्स मास्टर्स में कार्लसन को पहली बार हराया था।
टॉप-8 में भी नहीं पहुंच सके अन्य भारतीय
इस प्रतियोगिता में प्रज्ञानानंद के अलावा दो और भारतीय खिलाड़ी शामिल थे। पी हरिकृष्णा और गुजराती इस 16 खिलाड़ियों की प्रतियोगिता में शुरआती आठ खिलाड़ियों में जगह नहीं बना पाए और नॉकआउट दौर में नहीं पहुंच सके।
12 साल की उम्र में बने ग्रैंडमास्टर
प्रज्ञानानंदा ने 12 साल, 10 महीने और 13 दिन की उम्र में ग्रैंड मास्टर का खिताब हासिल कर लिया था। वो भारत के सबसे युवा ग्रैंड मास्टर हैं। वहीं, साल 2018 में वो दुनिया के दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर थे। उनसे पहले सिर्फ यूक्रेन के सिर्जी कर्जाकिन साल 1990 में सिर्फ 12 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर बन गए थे।
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