IPL में राजस्थान रॉयल्स का पहला मैच आज: टीम में ऑलराउंडर्स के साथ बॉलर्स का शानदार कॉन्बिनेशन, जीत के लिए उतरेगी संजू की सेना
जयपुर3 मिनट पहले
IPL के 15वें सीजन में आज राजस्थान रॉयल्स का पहला मैच सनराइजर्स हैदराबाद से पुणे के एमसीए स्टेडियम में होगा। IPL में राजस्थान रॉयल्स इस बार नए तेवर और खिलाड़ियों के साथ नजर आएगी। टीम मैनेजमेंट ने 117.5 करोड़ में इस बार 24 खिलाड़ियों को शामिल किया है। इनमें शानदार बल्लेबाज और बेहतरीन गेंदबाजों के साथ ऑलराउंडर्स की भरमार है। ऐसे में राजस्थान की टीम इस बार IPL के खिताब की सबसे मजबूत दावेदारों में से एक मानी जा रही है।
ओपनिंग में जोस बटलर, मिडिल ऑर्डर में शिमरन हैटमायर और बॉलिंग में ट्रेंट बोल्ट का ओवरसीज खिलाड़ियों के रूप में उतरना तय है। इसके अलावा बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए टीम वान डर डयूसैन को चौथे ओवरसीज खिलाड़ी के रूप में उतार सकती है। वहीं, ऑलराउंड विकल्प को मजबूत करने के लिए जिमी नीशम या नाथन कुल्टर नाईल को चार ओवरसीज खिलाड़ियों के रूप में उतारा जा सकता है।
लसिथ मलिंगा राजस्थान रॉयल्स के बॉलिंग कोच हैं।
संगकारा-मलिंगा का साथ
राजस्थान रॉयल्स के पास इस बार कुमार संगाकारा और लसिथ मलिंगा का टीम में होना युवा खिलाड़ियों के लिए किसी बड़े चमत्कार से कम नहीं है। संगाकारा और मलिंगा दुनिया के दिग्गज क्रिकेटर्स में से एक रहे हैं। इन दोनों खिलाड़ियों की बदौलत ही श्रीलंका की टीम 2011 वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच सकी थी। 2014 के टी-20 वर्ल्ड कप विनिंग स्क्वॉड का भी यह दोनों ही खिलाड़ी हिस्सा रहे थे। ऐसे में दोनों खिलाड़ियों के पास राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों को देने के लिए काफी अनुभव है। जो इस बार IPL में टीम की जीत के लिए अहम् भूमिका निभा सकता है।
चहल और अश्विन टीम इंडिया के लिए टी-20 क्रिकेट में लीडिंग विकेट टेकर्स भी हैं।
स्पिन डिपार्टमेंट में मजबूती
टीम के पास युजवेंद्र चहल, आर अश्विन और केसी करियप्पा जैसे स्पिनर्स मौजूद हैं। चहल और अश्विन टीम इंडिया के लिए टी-20 क्रिकेट में लीडिंग विकेट टेकर्स भी हैं। वहीं, केसी करियप्पा भी इस फॉर्मेट के कंजूस गेंदबाज माने जाते हैं। चहल का IPL में प्रदर्शन भी कमाल का रहा है। उन्होंने 114 मैच में 139 विकेट अपने नाम किए हैं। अश्विन तो गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी अपना योगदान दे सकते हैं।
कमाल की बल्लेबाजी
बल्लेबाजी में इस बार टीम के पास सैमसन और बटलर के अलावा देवदत्त पडिकल, यशस्वी जायसवाल, शिमरोन हेटमायर, करुण नायर और रैसी वान डेर डूसेन, रियान पराग जैसे नाम शामिल हैं। पहले टीम 2 से 3 खिलाड़ियों पर निर्भर रहती थी, लेकिन ऑक्शन में इन नामों के जुड़ने के बाद टीम की ये कमी दूर हो गई है।
राजस्थान की कमजोरी
राजस्थान रॉयल्स की सबसे बड़ी कमजोरी टीम के पास फिनिशर का ना होना है। हेटमायर टीम का हिस्सा भले ही हैं। लेकिन उनके अलावा कोई भी खिलाड़ी राजस्थान के लिए मैच खत्म करने वाला नजर नहीं आता। वहीं हेटमायर भी IPL में एक फिनिशर के रूप में खुद को अच्छी तरह से अब तक स्थापित नहीं कर पाए हैं। ऐसे में मैच के आखरी में टीम को मजबूती देने के लिए फ़िलहाल तलाश जारी है।
टीम ने मैच के लिए जमकर नैट प्रेक्टिस की।
खुद को साबित करने का मौका
राजस्थान रॉयल्स इस बार IPL की सबसे मजबूत टीमों में शामिल है। ऐसे में अगर टीम में सैमसन की कप्तानी बेहतर रही, तो ये टीम कमाल कर सकती है। इससे पहले राजस्थान 2008 में शेन वॉर्न की कप्तानी में चैंपियन बनी थी। लेकिन वैसा खेल पिछले कुछ सालों से इस टीम ने नहीं दिखाया है। जबकि इस बार टीम बहुत संतुलीत नजर आ रही है। टीम के पास पॉवर हिटर और अनुभवी गेंदबाज मौजूद हैं। बस टीम को साथ लेकर चलने वाले एक बेहतर लीडर की जरूरत है। ऐसे में संजू अगर ये कर लेते हैं।तो राजस्थान की टीम IPL का खिताब जीत एक बार फिर सबको चौंका सकती है।
सबसे बड़ा डर
राजस्थान की टीम अपना पहला मैच खेलने से पहले मैदान से बाहर तो कमाल नजर आ रही हैं। लेकिन क्या ये टीम मैदान पर भी अच्छा प्रदर्शन कर पाएगी। ये सबसे बड़ा सवाल है। इससे पहले भी राजस्थान रॉयल्स के पास बटलर, सैमसन, आर्चर जैसे खिलाड़ी रहे हैं। लेकिन टीम चैंपियन नहीं बन पाई है। ऐसे में शानदार खिलाड़ी होने के साथ ही उनकी परफॉर्मेंस राजस्थान के सपोर्टर्स के डर का बड़ा कारन बानी हुई है।
ये हो सकती है संभावित प्लेइंग इलेवन
जॉस बटलर, यशस्वी जायसवाल, देवदत्त पडि्डकल, संजू सैमसन, रियान पराग, शिमरन हैटमायर, जिमी नीशम, आर अश्विन, प्रसिद्ध कृष्णा, युजवेंद्र चहल, ट्रेंट बोल्ट।
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