एशियन गेम्स में फुटबॉल टीम का जाना मुश्किल: 17 दिन में 2 कप जीते, अब खेल मंत्रालय के नियम आए आड़े
दिल्ली8 मिनट पहले
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भारतीय फुटबॉल टीम पिछले एक महीने में 3 बड़े अचीवमेंट हासिल करने के बावजूद एशियन गेम्स में जाना मुश्किल है। खेल मंत्रालय ने उन्हीं खिलाड़ियों और टीमों को एशियन गेम्स में भेजने का फैसला किया है, जो एशियन रैंकिंग के टॉप-आठ में शामिल हों।
टीम इंडिया की एशियन रैंकिंग-18 है। इस वजह से वह खेल मंत्रालय की ओर से एशियन गेम्स में भेजने के लिए बनाए गए क्राइटेरिया में नहीं आती है। भारतीय फुटबॉल टीम लगातार दूसरी बार एशियन गेम्स में भाग नहीं ले सकेगी।
सुनील छेत्री की अगुआई में टीम इंडिया ने एक महीने में दो बड़े टूर्नामेंट जीते
सुनील छेत्री की अगुआई में टीम इंडिया ने अपने इंटरनेशनल कैंपेन की शुरुआत इंटरकॉन्टिनेंटल कप जीतकर की।18 जून को भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में इंटरकॉन्टिनेंटल कप के हुए फाइनल में भारतीय टीम ने लेबनान को 2-0 से हराया।
भारत ने 5 साल बाद इंटरकॉन्टिनेंटल कप को अपने नाम किया। इससे पहले 2018 में भारतीय टीम चैंपियन बनी थी। वहीं भारत ने लेबनान को 46 साल बाद हराया। टीम इंडिया ने इससे पहले लेबनान को प्रेसिडेंट कप में 1977 में हराया था।
9वीं बार सैफ चैंपियन बनी
इंटरकॉन्टिनेंटल कप जीतने के 15 दिन बाद भारत ने 4 जुलाई को बेंगलुरु में खेले गए साउथ एशियन चैम्पियनशिप के फाइनल में कुवैत को पेनल्टी शूटआउट में 5-4 से हराने के बाद 9वीं बार साउथ एशियन चैंपियनशिप जीता।
2023 से पहले भारतीय टीम गोल खाने के बाद कमजोर पड़ जाती थी, लेकिन SAFF फाइनल में भारत ने अपना नया रूप दिखाया। टीम ने फर्स्ट हाफ में ही गोल खाने के बावजूद शानदार कमबैक किया और सेकेंड हाफ में गोल स्कोर कर बराबरी हासिल की। टीम ने फिर पेनल्टी शूटआउट में मुकाबला भी जीता।
अपनी चौथी बेस्ट रैंकिंग में पहुंचा भारत
इंटरकॉन्टिनेंटल कप के बाद भारत को FIFA रैंकिंग में फायदा हुआ और टीम अपने इतिहास की चौथी बेस्ट रैंकिंग पर पहुंच गई। टीम ने 5 साल बाद टॉप-100 रैंकिंग में वापसी की थी, जो बताता है कि टीम पिछले कुछ समय से अपना बेस्ट फुटबॉल खेल रही है।
फुटबॉल फेडरेशन खेल मंत्रालय से करेगा अपील
एआईएफएफ महासचिव शाजी प्रभाकरन ने बताया, “यह सरकार का निर्णय है। इसलिए, हमें इसका पालन करना होगा। हालांकि, जहां तक फुटबॉल का सवाल है, हम सरकार से फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील करेंगे।
इस साल भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहद उत्साहजनक रहा है। अगर उन्हें एशियाई खेलों में खेलने का मौका मिलता है तो यह फुटबॉल के लिए बहुत बड़ा प्रोत्साहन होगा, खासकर अंडर-23 लड़कों के लिए।”
आईओए ने 2018 एशियाई खेलों के लिए भारतीय फुटबॉल टीम को इसी आधार पर मंजूरी देने से इनकार कर दिया था कि वह एशिया में शीर्ष-8 में स्थान पर नहीं थी।
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