KKR टीम का SWOT एनालिसिस: प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए लगभग हर मैच में जीत जरूरी; सीनियर खिलाड़ियों की फॉर्म और फिटनेस बन सकती है परेशानी
- Hindi News
- Sports
- Cricket
- IPL UAE 2021 Kolkata Knight Riders SWOT Analysis | Indian Premier League (IPL) SWOT Analysis
भोपाल7 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
दो बार की IPL चैंपियन कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे ग्लैमरस टीमों में से एक है। कोलकाता की टीम अभी तक दो बार IPL जीतने में सफल रही है। पिछले सीजन में टीम ने टूर्नामेंट के बीच में अपना कप्तान बदलकर सभी को चौका दिया था। हालांकि फिर भी टीम प्लेऑफ में जगह बनाने में नाकाम रही। इस सीजन में टीम से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन KKR ने फैंस को फिर से निराश किया।
पहले चरण के दौरान टीम ने सात मैच खेले और सिर्फ दो ही जीत सकी। पांच मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा। कोलकाता फिलहाल पॉइंट्स टेबल में चार अंकों के साथ 7वें पायदान पर है। फेज-2 के दौरान पैट कमिंस टीम के साथ नजर नहीं आएंगे।
कमिंस की गैरमौजूदगी में टीम का बॉलिंग डिपार्टमेंट थोड़ा सा कमजोर नजर आ रहा है। हालांकि टीम के पास बैटिंग ऑर्डर में एक से बढ़कर एक बल्लेबाज हैं। खासतौर से टीम का मिडिल ऑर्डर पॉवरफुल हिटर्स से भरा हुआ है। ऐसे ही कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के साथ 2021 सीजन के लिए KKR की टीम का SWOT एनालिसिस करते हैं। यानी टीम की मजबूती (Strength), कमजोरी (Weakness), अवसर (Opportunity) और खतरे (Threat) का विश्लेषण।
स्ट्रेंथ-1 बैटिंग ऑर्डर में गहराई
कोलकाता की टीम का बैटिंग लाइन-अप काफी शानदार है। टीम के पास दमदार टॉप ऑर्डर बल्लेबाज और मिडिल ऑर्डर में अनुभवी दिग्गज मौजूद हैं। ओपनिंग की जिम्मेदारी शुभमन गिल और नितीश राणा निभाते नजर आएंगे। इसके बाद राहुल त्रिपाठी, कप्तान ओएन मॉर्गन, दिनेश कार्तिक और आंद्रे रसेल जैसे आक्रामक बल्लेबाज मध्यक्रम को मजबूती देते नजर आएंगे।
शाकिब अल हसन के आने के बाद टीम की बैटिंग में भी गहराई आई है। साथ ही सुनील नरेन भी डेथ ओवर्स में टीम के लिए तेज तर्रार पारी खेल सकते हैं। ऐसी बैटिंग लाइन अप किसी भी विरोधी टीम के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है।
स्ट्रेंथ-2 कप्तानी में मॉर्गन का अनुभव
2019 के वनडे वर्ल्ड कप में ओएन मॉर्गन ने इंग्लैंड को चैंपियन बनाया था। 2015 के बाद वो मॉर्गन ही थे, जिन्होंने अपनी कप्तानी से इंग्लैंड क्रिकेट टीम की तस्वीर ही बदलकर रख दी। उन्हें मौजूदा समय में व्हाइट बॉल फॉर्मेट के सबसे चतुर कप्तानों में से एक माना जाता है। फेज-1 के दौरान भले ही उनकी लीडरशिप का जादू देखने को न मिला हो, लेकिन UAE में उनका अनुभव टीम के बहुत काम आ सकता है।
स्ट्रेंथ-3 तेज गेंदबाजों की पलटन
KKR के पास उनके पेस बॉलिंग अटैक में बेहतरीन तेज गेंदबाज मौजूद है। हालांकि फेज-2 में कमिंस टीम का हिस्सा नहीं है, लेकिन फिर भी कोलकाता के पास टिम साउथी, शिवम मावी, कमलेश नागरकोटी, लोकी फर्ग्यूसन, प्रसिद्ध कृष्णा और संदीप वॉरियर जैसे तेज गेंदबाज है। टीम में कई ऐसे गेंदबाज मौजूद हैं, जो 145+ की स्पीड से गेंद फेंक सकते हैं।
कमजोरी
स्पिन डिपार्टमेंट में फॉर्म
KKR के लिए फेज-2 में चिंता का सबसे बड़ा विषय स्पिन गेंदबाजों की मौजूदा फॉर्म हो सकती है। हरभजन सिंह ने फेज-1 में 3 मैच खेले थे और एक भी विकेट उनकी झोली में नहीं आया था। वहीं, कुलदीप यादव को तो अभी तक IPL 14 में एक भी मुकाबला खेलने का मौका नहीं मिला है। वरुण चक्रवर्ती ने टूर्नामेंट के सस्पेंड होने से पहले सात मैचों में 7 विकेट चटकाए थे, लेकिन उनकी फिटनेस हमेशा से परेशानी का बड़ा कारण रही है।
साथ ही हरभजन सिंह भी अब 40 साल के हो चुके हैं। ऐसे में उन्हें क्रिकेटिंग फॉर्म में वापस आने में दिक्कत हो सकती है। साथ ही इस उम्र में फिटनेस बनाए रखना भी उनके लिए चुनौती होगा।
कुलदीप यादव ने भी IPL के अपने पिछले 14 मैचों में सिर्फ पांच ही विकेट चटकाए हैं।
अवसर
- IPL 13 में कार्तिक ने बैटिंग पर फोकस करने के लिए कप्तानी छोड़ी थी। फेज-1 में उनके बल्ले से सात मैचों में 123 रन देखने को मिले, लेकिन UAE में वो जरूर टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन कर टीम को प्लेऑफ का टिकट दिलाने में मदद करेंगे।
- हाल ही में समाप्त हुए CPL में रसेल ने 10 मैचों में 175.82 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे। उनकी फॉर्म KKR के लिए फेज-2 में एक बड़ा जैकपॉट हो सकती है।
- CPL के दस मैचों में सुनील नरेन ने 12 विकेट हासिल किए थे और 121.23 के स्ट्राइक रेट से 137 रन बनाए थे। बल्ले और गेंद से नरेन टीम के लिए मैच जिताऊ खिलाड़ी बनकर सामने आ सकते हैं।
- ऑक्शन के दौरान KKR ने 2 भारतीय अनकैप्ड खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ा था। इसमें वैंकटेश अय्यर और वैभव अरोड़ा शामिल हैं। यह अपने प्रदर्शन से फ्रेंचाइजी का दिल जीतना चाहेंगे। बाएं हाथ के बल्लेबाज अय्यर मध्य प्रदेश से हैं। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में पंजाब के खिलाफ 146 गेंदों पर 198 रन बनाए थे। वहीं, हिमाचल के मीडियम पेस बॉलर अरोड़ा ने विजय हजारे ट्रॉफी में अपने डेब्यू मैच में महाराष्ट्र के खिलाफ हैट्रिक ली थी।
खतरा
- टीम को UAE में 7 मैच खेलने हैं और प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए कम से कम 6 मैच जीतने होंगे और अपने रन-रेट को भी बेहतर रखना होगा।
- नितीश राणा का आउट ऑफ फॉर्म होना टीम के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। साथ ही शुभमन गिल भी चोट के बाद टीम में वापसी कर रहे हैं।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.