NBA की विमेंस प्लेयर्स का रूस से मोहभंग: सीजन में 8 करोड़ का नुकसान, फिर भी खेलने नहीं जा रहीं
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न्यूयॉर्क7 मिनट पहले
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फरवरी में रूस में ब्रिटनी को पुलिस ने ड्रग्स रखने के आरोप में एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। उन्हें 9 साल कैद की सजा सुनाई गई है।
रूस के यूक्रेन पर हमले ने वहां के बास्केटबॉल कल्चर को भी अपनी चपेट में ले लिया है। NBA में अपने ऑफ-सीजन के दौरान रूस में खेलने वाली महिला NBA खिलाड़ी अब रूस की जगह दूसरे देशों का रुख कर रही हैं। इसके लिए उन्हें रूस के बास्केटबॉल क्लबों से मिलने वाली मोटी सैलरी और तमाम सुविधाएं ठुकरानी पड़ रही हैं, पर फिर भी वे हंगरी और तुर्की जैसे छोटे देशों में खेलना पसंद कर रही हैं।
इन देशों में उनकी सैलरी रूस की तुलना में 10 गुना तक कम है, पर फिर भी वे रूस नहीं जाना चाहती हैं। महिला NBA खिलाड़ियों के रवैये में बदलाव की एक बड़ी वजह रूस में अमेरिकी महिला बास्केटबॉल खिलाड़ी ब्रिटनी ग्रिनर की गिरफ्तारी भी है।
इस साल फरवरी में रूस में बास्केटबॉल खेलने के बाद अपने घर लौट रही ब्रिटनी को पुलिस ने ड्रग्स रखने के आरोप में एयरपोर्ट से हिरासत में ले लिया था। उन्हें नौ साल कैद की सजा सुनाई गई है। ग्रिनर 2014 से रूस में बास्केटबॉल लीग खेल रही थी।
ग्रिनर की साथी खिलाड़ी ब्रियना स्टीवॉर्ट के अनुसार, जब तक रूस ग्रिनर को सुरक्षित अमेरिका नहीं भेज देता, वो वहां खेलने नहीं जाना चाहती। इसी तरह रूस में यकतेरिनबर्ग क्लब के लिए खेलने वाली उनकी अन्य दो साथी खिलाड़ी भी इस साल रूस में खेलने नहीं जाएंगी।
पिछले साल आधा दर्जन खिलाड़ी खेलने गई थीं
पिछले साल लगभग एक दर्जन महिला एनबीए खिलाड़ी रूसी क्लबों के लिए खेलने गई थी, पर इस साल उन्होंने इस देश से दूरी बना ली है। रूस में खेलने का डर सिर्फ अमेरिकी खिलाड़ियों में ही नहीं हैं, बल्कि बेल्जियम की एमा मीसेमैन जैसी खिलाड़ी भी दूसरे देशों का रूख कर रही हैं।
हालांकि, रूस की जगह दूसरे देशों में खेलना इन खिलाड़ियों के लिए आसान नहीं रहा है। रूस में कुछ महीने खेलने के बाद इन खिलाड़ियों की NBA के एक सीजन से औसतन तीन गुना ज्यादा तक कमाई हो जाती थी। कुछ खिलाड़ी 10 गुना तक पैसा भी कमा रही थी।
रूसी क्लबों में लग्जरी लाइफस्टाइल और फ्री शॉपिंग जैसी सुविधाएं
इसके अलावा रूस में इन्हें क्लब की तरफ से लग्जरी लाइफस्टाइल, फ्री शॉपिंग और अन्य तमाम सुविधाएं मिलती थी। पर अब खिलाड़ी इन सब को छोड़कर इटली, स्पेन, तुर्की और हंगरी के दूसरे छोटे क्लबों में खेल रहे हैं, जहां सैलरी और सुविधाएं तुलनात्मक रूप से कम हैं। जो युवा खिलाड़ी पहली बार किसी विदेशी दौरे पर हैं, वे भी राजनैतिक स्थिरता न आने तक रूस में नहीं खेलना चाहती।
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