UEFA चैंपियंस लीग में अजब संयोग: 9 साल पहले जब चेल्सी पहली बार चैंपियन बनी, तो बीच सीजन में कोच बदले गए; इस बार मिड सीजन में लैंपार्ड को हटाकर टुचेल बने थे कोच
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पोर्टो2 मिनट पहले
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चेल्सी ने इस साल जनवरी में फ्रैंक लैंपार्ड को हटाकर थॉमस टुचेल को कोच बनाया था।
इंग्लिश क्लब चेल्सी ने दूसरी बार UEFA चैंपियंस लीग का खिताब अपने नाम किया। टीम ने फाइनल में मैनचेस्टर सिटी को 1-0 से हराया। चेल्सी के लिए इकलौता गोल केई हेवर्त्ज ने किया। इससे पहले टीम 2012 में पहली बार चैंपियंस लीग खिताब जीती थी।
वहीं, जीत को लेकर अजब संयोग भी सामने आया है। 2012 में चेल्सी पहली बार चैंपियन बनी थी, तब बीच सीजन में कोच बदले गए थे। इस बार जब टीम दूसरी बार चैंपियन बनी, तब भी मिड सीजन कोच बदले गए। इस साल जनवरी में फ्रैंक लैंपार्ड को हटाकर थॉमस टुचेल को कोच की जिम्मेदारी दी गई थी।
2020/21 चैंपियंस लीग ट्रॉफी के साथ चेल्सी की टीम।
2012: आंद्रे विलास को हटाकर रॉबर्ट डी मातियो कोच बने
आंद्रे विलास बोआस को जुलाई 2011 में चेल्सी की कोचिंग सौंपी गई। टीम का परफॉर्मेंस इस दौरान मिला जुला रहा और कई अहम मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा। इसके 247 दिन बाद यानी मार्च 2012 में उन्हें चैंपियंस लीग के मिड सीजन में कोच पद से बर्खास्त कर दिया गया।
उनकी कोचिंग में चेल्सी में 40 में से 20 मैच जीते। 10 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा और 10 मैच ड्रॉ रहे। मार्च में ही इटली के पूर्व खिलाड़ी रॉबर्ट डी मातियो को चैंपियंस लीग के बाकी मैचों के लिए चेल्सी के केयरटेकर कोच के रूप में रखा गया। उनके गाइडेंस में टीम ने बायर्न म्यूनिख के खिलाफ 2012 में UEFA चैंपियंस लीग फाइनल जीता।
उस वक्त चेल्सी की टीम में डिडिएर ड्रोग्बा, फ्रैंक लैंपार्ड, फर्नेन्डो टोरेस और पीटर चेक जैसे स्टार खिलाड़ी मौजूद थे। चेल्सी ने पेनल्टी शूटआउट में बायर्न म्यूनिख को हराया था। इसके बाद रॉबर्ट का कार्यकाल एक साल और बढ़ाया गया। हालांकि, उन्होंने नवंबर 2012 में इस्तीफा दे दिया था।
2021: लैंपार्ड को हटाकर टुचेल को कोचिंग सौंपी गई
2012 में चेल्सी को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले लैंपार्ड को जुलाई 2019 में टीम का कोच बनाया गया। हालांकि, वे बतौर कोच सफल नहीं हो सके और टीम के हार का रिकॉर्ड बढ़ता गया। चेल्सी 2019/2020 चैंपियंस लीग सीजन में कुछ खास नहीं कर सकी। इसके बाद 2020/21 सीजन में भी रिकॉर्ड खराब रहा। जनवरी में उन्हें कोच के पद से बर्खास्त कर दिया गया।
लैंपार्ड की कोचिंग में चेल्सी ने 84 मैच खेले। इसमें से 44 में जीत मिली और 25 में हार का सामना करना पड़ा। 15 मैच ड्रॉ रहे। जनवरी में ही पिछले सीजन फ्रेंच क्लब पेरिस सेंट जर्मेन को (PSG) को फाइनल में पहुंचाने वाले थॉमस टुचेल को कोचिंग की जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने टीम को नई ऊर्जा दी और दूसरी बार चेल्सी को UEFA चैंपियंस लीग का खिताब दिलाया।
उनकी कोचिंग में टीम अब तक 30 मैच खेल चुकी है। इसमें से 19 में जीत मिली और 5 मैचों में हार का सामना करना पड़ा। 6 मैच ड्रॉ रहा। टीम ने यूरोप की चैंपियन बनने तक के सफर में जनवरी से अब तक कई बड़ी टीमों को हराया। इसमें सेमीफाइनल में 13 बार की UEFA चैंपियन रियाल मैड्रिड के खिलाफ मिली जीत शामिल है। टुचेल का कॉन्ट्रैक्ट 2022 तक बढ़ाया जा सकता है।
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