मेडल सेरेमनी में मणिपुरी फुटबॉलर ने मैतेई झंडा लपेटा: कहा- 2 महीने से हिंसा जारी, अब शांति चाहिए; SAFF चैंपियनशिप जीता था भारत
स्पोर्ट्स डेस्क5 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
भारतीय टीम के मिडफील्डर जीक्सन सिंह मेडल सेरेमनी में मैतेई झंडा लेकर पहुंच गए।
भारतीय फुटबॉल टीम के मिडफील्डर जीक्सन सिंह मैतेई झंडा ओढ़ने को लेकर विवादों में हैं। मंगलवार को टीम इंडिया ने कुवैत को हराकर SAFF चैंपियनशिप जीती। मेडल सेरेमनी में विजेता टीम इंडिया के सभी प्लेयर्स मेडल लेने पहुंचे, यहां जिक्सन सिंह 7 रंग का झंडा लेकर पहुंच गए।
इंटरनेशनल इवेंट में क्षेत्रीय झंडा लाने पर सोशल मीडिया पर जीक्सन की आलोचना होने लगी। जिक्सन ने सोशल मीडिया पर ही झंडे को लेकर सफाई दी। वह बोले, ‘झंडे से मैं किसी की भावनाएं आहत नहीं करना चाहता, लेकिन मेरे गृह राज्य मणिपुर में जारी हिंसा की ओर सभी का ध्यान खिंचना चाह रहा हूं।’
मैतेई समाज के झंडे के साथ जीक्शन सिंह मेडल सेरेमनी में पहुंचे।
मैतेई समाज का झंडे लपेटे टीम इंडिया के मिडफील्डर जीक्सन सिंह।
‘जीत सभी देशवासियों को समर्पित’
जीक्सन मैतेई समाज का झंडा लेकर मेडल लेने पहुंचे थे। 7 रंग का ये झंडा मणिपुर राज्य के मैतेई समाज का प्रतीक है। मणिपुर में पिछले कुछ महीनों से मैतेई और कुकी समाज के बीच हिंसा चल रही है।
मैच में फ्लैग लाने के कुछ घंटों बाद ही मणिपुर के रहने वाले जीक्शन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की। इस पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘फ्लैग से मैं किसी की भी भावनाएं आहत नहीं करना चाहता। मैं अपने गृह राज्य मणिपुर की ओर सभी का ध्यान खींचना चाह रहा हूं। जहां हिंसा जारी है। आज की जीत सभी भारतीयों को समर्पित।’
जीक्सन सिंह ने कुवैत के खिलाफ फाइनल मैच खत्म होने के बाद सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सफाई दी। उन्होंने कहा कि वह मणिपुर हिंसा की ओर सभी का ध्यान खिंचना चाह रहे हैं।
फैंस ने की आलोचना
जीक्शन के क्षेत्रीय फ्लैग लाने पर कई फैंस ने सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना की। कुछ ने लिखा, ‘इंटरनेशनल लेवल पर क्षेत्र का झंडा लाना प्रोफेशनलिज्म नहीं दिखाता। यहां खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करते हैं किसी क्षेत्र या राज्य का नहीं।’
जीक्शन सिंह ने मेडल सेरेमनी नें झंडा ओढ़ने के बाद सेलिब्रेशन में भी झंडा साथ रखा। स्टेडियम में कुछ फैंस भी भारत के झंडे के साथ मैतेई समाज का झंडा लहराते नजर आए। जीक्शन ने सोशल मीडिया पर सफाई दी, लेकिन इंटरनेशनल लेवल पर क्षेत्रीय झंडा ले जाने के मुद्दे पर फुटबॉल एसोसिएशन की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया गया है।
कई दर्शक तिरंगे के साथ भी मैतेई झंडा लहराते नजर आए।
मई से मणिपुर में हिंसा जारी
मणिपुर में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा जारी है। हिंसा में अब तक 130 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 419 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। 65,000 से अधिक लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। आगजनी की 5 हजार से ज्यादा घटनाएं हुई हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। हिंसा से जुड़ी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
भारत ने 9वीं बार जीती चैंपियनशिप
मणिपुर के रहने वाले जीक्शन सिंह भारत की सीनियर टीम से फुटबॉल खेलते हैं। इसी टीम में मणिपुर के उदांता सिंह और नाओरेम महेश भी शामिल हैं। भारतीय टीम ने बुधवार को SAFF चैंपियनशिप जीती, टीम ने बेंगलुरु के कांतिरवा स्टेडियम में खेले गए फाइनल में कुवैत को हराया। 90 मिनट और एक्स्ट्रा टाइम के बाद भी स्कोर 1-1 से बराबर रहा। नतीजे के लिए पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया, टीम इंडिया ने इसे 5-4 से जीता। पढ़ें पूरी खबर…
भारतीय फुटबॉल टीम ने 9वीं बार SAFF चैंपियनशिप जीती।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.