वर्ल्ड कप जीत के हीरो जोगिंदर शर्मा का इंटरव्यू: पूर्व ऑलराउंडर ने कहा- पाकिस्तान के पास एक भी ऐसा बल्लेबाज या गेंदबाज नहीं जो भारत को परेशान कर सके
नई दिल्ली3 मिनट पहलेलेखक: राजकिशोर
टी20 वर्ल्ड कप में आज भारत का पहला मुकाबला पाकिस्तान के साथ है। भारत ने इस फॉर्मेट का वर्ल्ड टाइटल सिर्फ एक बार 2007 में जीता है। तब फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को ही हराया था। उस मैच में भारत की जीत के अल्टीमेट हीरो बने थे जोगिंदर शर्मा।
आखिरी ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रनों की जरूरत थी। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने जोगिंदर को गेंद थमाई। जोगिंदर ने बेहद खतरनाक मूड में दिख रहे मिस्बाह उल हक का विकेट लेकर मैच और ट्रॉफी दोनों भारत की झोली में डाल दी। जोगिंदर शर्मा ने दैनिक भास्कर से उस मैच के अनुभव और मौजूदा टी-20 वर्ल्ड कप में भारत की संभावनाओं को लेकर बातचीत की। आप भी पढ़िए…
जब 2007 वर्ल्ड कप में धोनी ने आपको आखिरी ओवर फेंकने को कहा तो आपके मन में क्या चल रहा था?
मेरे मन में बस यही चल रहा था कि लास्ट ओवर है और दो ही ऑप्शन हैं- हरभजन सिंह या जोगिंदर शर्मा। मैं चाह रहा था कि मुझे ही मौका मिले। पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रन चाहिए थे और हमें 1 विकेट चाहिए था। कॉन्फिडेंस था अंदर क्योंकि सेमिफाइनल का आखिरी ओवर भी मैंने डाला था।
आखिरी ओवर में मिस्बाह ने आउट होने से पहले छक्का जमाया था। क्या उस समय नर्वस फील कर रहे थे?
ओवर की शुरुआत वाइड से हुई थी। इसके बाद मैंने डॉट बॉल डाला। अगली गेंद पर मिस्बाह ने छक्का जमा दिया। उस समय भी मैं नर्वस नहीं था। यह मालूम था कि हमें एक विकेट ही चाहिए। अगली गेंद पर ऐसा हो भी गया। मिस्बाह ने जब स्कूप शॉट खेला तो मैं बस यही सोच रहा था कि श्रीसंत यह कैच पकड़ ले। श्रीसंत ने कैच पकड़ लिया।
सवालः पाकिस्तान के साथ हर मुकाबला दबाव वाला होता है, फाइनल से पहले ड्रेसिंग रूम का माहौल कैसा था?
जवाबः हर क्रिकेटर का सपना देश के लिए खेलना होता है। जब देश के लिए मौका मिल जाए तो टारगेट होता है वर्ल्ड कप में खेलना। पाकिस्तान से मुकाबला हमेशा हाई वोल्टेज होता है। आपसे देश को बहुत ज्यादा उम्मीदें होती हैं। मैं इसे प्रेशर तो नहीं कहूंगा, लेकिन ड्रेसिंग रूम में सभी के दिल में एक बात थी कि हम बहुत मेहनत करके यहां तक पहुंचे हैं, चाहे जो हो जाए अब इस मैच को जाने तो नहीं देना है। हमारा फोकस सिर्फ अच्छी क्रिकेट खेलने पर था।
सवालः अभी वर्ल्ड कप में भारत का पहला मुकाबला पाकिस्तान के साथ है और महेंद्र सिंह धोनी मेंटर के रूप में भारत के साथ जुड़े हैं। तो इससे टीम को कितना फायदा होने वाला है?
जवाबः देखिए माही अपने क्रिकेट का टैलेंट तो किसी को दे नहीं सकते। न ही वो खुद मैदान में उतरकर बैटिंग करेंगे। वो बस अपने एक्सपीरियंस ही शेयर करेंगे। टीम इंडिया को उनपर भरोसा रखना चाहिए क्योंकि वे लंबे समय से खेल रहे हैं। तीन वर्ल्ड कप खेले हैं। चैंपियंस ट्रॉफी जीती है। टीम को नंबर 1 बनाया उन्होंने। चाहे टैस्ट मैच हो या वन डे हों उन्होंने टीम के परफॉर्मेंस को सुधारा है। हमारी टीम वन ऑफ द बेस्ट बन गई है और अभी काफी अच्छा परफॉर्म कर रही है। टी20 फॉर्मेट ही ऐसा है कि एक ओवर ही पूरा मैच पलटकर रख देता है। माही का एक्सपीरियंस तो काम आएगा टीम के लिए। पाकिस्तान के साथ मैच तो हाई वोल्टेज होगा, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया मजबूत स्थिति में है।
सवालः आपकी नजर में वर्ल्ड कप जीतने की कौन सी टीमें प्रमुख दावेदार हैं?
जवाबः मैं कोई भविष्यवाणी तो नहीं कर पाऊंगा, मैं तो भारत को ही जीतते देखना चाहता हूं। इंडियन टीम बहुत अच्छा परफॉर्म कर रही है और टीम को जीतना चाहिए।
सवालः पाकिस्तान की तरफ से कौन से खिलाड़ी भारत के लिए खतरा पैदा कर सकता है?
जवाबः अगर बैट्समैन गलती करेगा तो केाई भी बॉलर उसे आउट कर सकता है। मुझे पाकिस्तानी टीम में ऐसा तो कोई बॉलर नहीं दिखता जो इंडियन टीम के लिए मुश्किल खड़ी कर सके। न ही कोई ऐसा पाकिस्तानी बैट्समैन मेरे दिमाग में आ रहा है जो भारतीय टीम को परेशान कर सके। वैसे तो इंटरनेशनल टीम में पहुंचने वाले सभी क्रिकेटर बढ़िया होते हैं। तो मैं किसी खास खिलाड़ी का नाम नहीं ले पाऊंगा।
सवालः भारत की तरफ से सबसे अहम प्लेयर कौन हो सकता है?
जवाबः हार्दिक पांड्या सबसे अहम प्लेयर हो सकते हैं। छठे नंबर पर बैटिंग करने वाले के पास लंबे शॉट्स मारने की कैपेसिटी होनी चाहिए। तो अगर धोनी के साथ वाला एक्सपीरियंस हार्दिक के काम आया तो वे मैच का रुख बदल सकते हैं।
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.