ऋषभ पंत को बचाने वाले ड्राइवर-कंडक्टर सम्मानित: उत्तराखंड CM ने दिए 50-50 हजार रुपए; हरियाणा के प्रशंसा पत्र पर हादसे की तारीख गलत
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पानीपत3 मिनट पहले
भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बैट्समैन ऋषभ की जान बचाने वाले रोडवेज के ड्राइवर और कंडक्टर को हरियाणा और उत्तराखंड सरकार ने सम्मानित किया। ड्राइवर सुशील व कंडक्टर परमजीत खुद यमुनानगर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। जहां CM मनोहर लाल ने उन्हें प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
जबकि उत्तराखंड के देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में दोनों के परिजन पहुंचे थे। जहां CM धामी ने प्रशंसा पत्र देने के साथ 50-50 हजार रुपए भी दिए। मगर हरियाणा सरकार द्वारा दिए गए प्रशंसा पत्र पर हादसे की तारीख गलत लिखी हुई है। उस पर 31 दिसंबर को हुए हादसे में क्रिकेटर को बचाने पर सम्मान देने के बारे में लिखा हुआ है।
हरियाणा सीएम द्वारा दिए गए प्रशंसा पत्र में हादसे की तारीख 31 दिसंबर 2022 लिखी हुई है। जबकि हादसा 30 दिसंबर को हुआ था।
पढ़िए … वह पूरी कहानी, जब दोनों ने पंत की जान बचाई
करनाल के बल्लां गांव के रहने वाले ड्राइवर सुशील ने बताया कि वह पिछले करीब 1 महीने से डिपो की बस नंबर HR67A8824 में पानीपत से हरिद्वार और हरिद्वार से पानीपत रूट पर बस चला रहे हैं। 30 दिसंबर को वह रोजाना की तरह सुबह 4:25 पर हरिद्वार से पानीपत के लिए चले थे।
सुबह करीब 5:20 बजे जब वे नारसन गुरुकुल के नजदीक पहुंचे तो सामने से एक गाड़ी आई और देखते ही देखते गाड़ी उनके नजदीक पहुंची और रेलिंग से टकराते हुए सड़क पार कर उनकी बस के आगे आ गई। इससे पहले वह बस के इमरजेंसी ब्रेक लगाते, तब तक गाड़ी चार पलटी खाते हुए कंडक्टर साइड चली गई। जिसके बाद गाड़ी सीधी खड़ी हो गई।
उन्होंने तुरंत बस को रोका। जिसके बाद दोनों नीचे उतरे तो तब तक कार की डिग्गी से आग लगनी शुरू हो गई थी। दोनों ने बिना देरी करे, महज 5 सेकेंड के भीतर ड्राइवर साइड पर बाहर की तरफ लटके हुए पंत को घसीट कर बाहर निकाला और कच्चे डिवाइडर पर छाती के बल लेटा दिया।
खुद की जान जोखिम में डालकर ड्राइविंग करने पर कंडक्टर परमजीत ने मर्सिडीज सवार चालक को तेज आवाज में कहां कौन है तू? क्या देखकर ड्राइविंग नहीं कर सकता था?। जिस पर मर्सिडीज सवार शख्स ने कहा कि मैं भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत हूं। हालांकि ड्राइवर सुशील ने उन्हें पहचाना नहीं था। मगर, कंडक्टर परमजीत कभी कभार क्रिकेट देख लेते हैं तो उन्हें पहचान हो गई।
इसके बाद ड्राइवर सुशील ने पुलिस कंट्रोल रूम नंबर डायल 112 और कंडक्टर ने एंबुलेंस कंट्रोल रूम नंबर 108 पर लगातार कॉल की। करीब 12 से 15 मिनट के भीतर पर एंबुलेंस पहुंची। जिसके बाद ऋषभ पंत और उनके सामान को एंबुलेंस में रखा गया।
एंबुलेंस वाले को कहा गया कि पंत भारतीय क्रिकेटर हैं, इसलिए उन्हें किसी अच्छे अस्पताल में लेकर जाएं। बस ड्राइवर, कंडक्टर और सवारियां करीब 20 मिनट तक वहां खड़ी रहीं। पंत को अस्पताल ले जाने के बाद ही बस व सवारियां पानीपत की तरफ रवाना हुईं। पंत के कहने पर उन्होंने उनकी मां को भी कॉल किया, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ था।
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हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर-कंडक्टर को भूले ऋषभ पंत
भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बैट्समैन ऋषभ पंत 30 दिसंबर 2022 की सुबह रुड़की में हुए एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद से हर कोई ऋषभ पंत के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहा है। पढ़ें पूरी खबर…
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